7 मई को पंजाब के 20 जिलों में होगी मॉक-ड्रिल, हवाई हमले वाले सायरन बजेंगे, होगा ब्लैकआउट भी
चंडीगढ़, 6 मई। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग की आशंका को लेकर पसोपेश वाले हालात बने हैं। बॉर्डर-स्टेट होने के कारण कारोबारियों से लेकर किसानों व आम लोगों में चिंता का माहौल है। दूसरी तरफ, देश के 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कल यानि बुधवार को होगी। इसी दौरान पंजाब में कुल 20 जिलों को लिस्ट-आउट किया गया। जिनमें मॉक ड्रिल की जाएगी। इसे लेकर केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में हुई मीटिंग के बाद लिस्ट जारी की गई। बताते हैं कि पंजाब में शाम करीब 4 बजे से मॉक-ड्रिल होनी है। वैसे पंजाब में ब्लैकआउट के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।
पंजाब के इन जिलों में होगी मॉक ड्रिल :
अमृतसर, बटिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट, आदमपुर (जालंधर) बरनाला, भाखड़ा नांगल-रोपड़, हलवारा (लुधियाना) कोटकपूरा, बटाला, गुरदासपुर, मोहाली, अबोहर (फाजिल्का) फरीदपुर (कपूरथला) रोपड़ और संगरूर।
इस मॉक ड्रिल में पुलिस, एसडीआरएफ समेत अन्य रेस्क्यू टीमों को युद्ध के दौरान बचने की ट्रेनिंग दी जाएगी। मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे। अमृतसर में ब्लैकआउट के लिए रात 10 बज का समय चुना गया है, जबकि काफी जिलों में यह रात 7 बजे होगा। इस दौरान साइरन बजेगा और सभी को कम्पलीट ब्लैकआउट करना होगा। यह रिहर्सल इसलिए की जा रही है, ताकि लड़ाई या हमले के समय उन स्पॉट को ढूंढा जाए, जहां अंधेरा करना आसान नहीं होता। एक्सपर्ट्स की मानें तो रात के समय हवाई हमले के दौरान अगर ब्लैकआउट रहे तो पायलट प्लेन की स्पीड से अंदाजा नहीं लगा पाता कि आबादी कहां है। पंजाब में इस दौरान कई जगहों पर हमले या आतंकी हमले के दौरान उठाए जाने वाले जरूरी कदमों की रिहर्सल भी होगी।
मॉकड्रिल सिर्फ सरकारी विभागों या आपातकालीन विभागों के लिए नहीं है, जबकि सभी नागरिकों के लिए भी है। कल जब भी सायरन बजे और रास्ते पर आपको एम्बुलेंस या फायर ब्रिगेड की गाड़ी नजर आए तो सबसे पहले उसे रास्ता दिया जाए। यहां बता दें कि, ऐसी मॉक ड्रिल पिछली बार साल 1971 में हुई थी। यह समय तब का था, जब भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। युद्ध से पहले राज्य स्तर पर ऐसे ही मॉक ड्रिल की गई थी। इससे पहले पंजाब के फिरोजपुर कैंट में रविवार सोमवार की गत रात्रि को ब्लैकआउट प्रैक्टिस के तहत ड्रिल की गई थी। सभी गावों की बिजली बंद कर ये ड्रिल गई थी। इस दौरान पंजाब पुलिस व सेना के जवान मौजूद थे।
कारोबारी जगत की प्रतिक्रियाएं :
–बेशक पहलगाम हमले के बाद युद्ध की आशंका को लेकर कारोबारी-जगत भी चिंता में है। हालांकि देश की रक्षा सर्वोपरि है। ऐसे में समाज के हर वर्ग को मॉक-ड्रिल में पूरा नैतिक सहयोग कर सच्चे भारतीय नागरिक होने का धर्म निभाना चाहिए।—राकेश कपूर, नामी एक्सपोर्टर-भाजपा नेता
–इस चुनौतीपूर्ण समय में समाज का हर वर्ग युद्ध की आशंका को लेकर चिंतित है। इस सबके बावजूद राष्ट्र हित और उसकी अस्मिता सर्वोपरि है। जुल्म का जवाब देना जरुरी होता है।—एसएस खुराना, रियल एस्टेट कारोबारी
–वैसे तो दो देशों के बीच युद्ध के परिणाम घातक ही होते हैं। इससे दोनों तरफ जान-माल का नुकसान होता है। भारत जैसा शांतिप्रिय देश हिंसा-आतंक के खिलाफ ही जवाबी कार्रवाई करेगा। जिसका हर भारतीय को नैतिक समर्थन करना चाहिए।—कमल चेतली, रियल एस्टेट कारोबारी-अकाली नेता
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