मन्ना और औलख ने मजीठिया पर लगाए संगीन इलजाम, सियासी-हल्कों में चर्चाएं-की बणुं अकालियां दा
लुधियाना, 5 जुलाई। पंजाब की सत्ता में आने से पहले ही आम आदमी पार्टी ने अकालियों के खिलाफ मोर्चा खोला था। आप सुप्रीमो केजरीवाल समेत पार्टी के सीनियर नेताओं ने शिरोमणि अकाली दल-बादल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर नशा तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाए थे। गत दिनों सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री मजीठिया को पंजाब विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में पंजाब का सियासी-माहौल गर्माया हुआ है। अब पुलिस-विजिलेंस के अफसरों के साथ ही कभी मजीठिया के नजदीकी रहे चर्चित नेताओं ने ही उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
समाजसेवी मन्ना ने मजीठिया मामले में सारे राजनेता घेरे :
राजनेता रहे समाजसेवी मनदीप सिंह मन्ना ने मजीठिया मामले में सीएम भगवंत मान की तारीफ के साथ कहा कि यह काम उन्होंने देरी से किया है। मन्ना ने अकालियों के साथ ही सभी राजनीतिक दलों को जमकर घेरा। उन्होंने सोशल मीडिया में जारी बयान में कहा कि सारी पार्टियां पंजाब में नशाखोरी रोकने के मुद्दे पर चुनाव लड़ती रही हैं। अब मजीठिया के पकड़े जाने पर वो पंजाब की मान सरकार की कार्रवाई को गलत बता रहे हैं। मन्ना ने शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमला करते सवाल किया कि क्या पंथक राजनीति की दुहाई देने वाले सुखबीर, मजीठिया परिवार के शराब कारोबार के हिमायती हैं। यही मजीठिया परिवार कर्जदार होकर किराए के मकान में रहा है। साथ ही मन्ना ने पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा पर हमला करते कहा कि उन्होंने चुनावी सभा में ऐलान किया था कि हमारी सरकार बना दो, मैं मजीठिया को जेल भेजूंगा, अब वही गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। इसी तरह कांग्रेसी सरकार में सीएम रहे चरणजीत सिंह चन्नी के कार्यकाल में मजीठिया पर केस दर्ज हुआ था, वह भी इस कार्रवाई का विरोध कर चुके हैं। कांग्रेसी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने भी कभी मजीठिया के खिलाफ ईडी को शिकायत दी थी कि एक नशा तस्कर से मिली ड्रग मनी मजीठिया को पहुंची, जिसमें एक अकाली मंत्री का नाम भी आया था। मगर खैहरा ने भी मजीठिया की गिरफ्तारी का विरोध किया। इससे सबसे दुखद बात कि अमृतसर से आप विधायक व पूर्व आईपीएस कुंवर विजय प्रताप सिंह ने भी मजीठिया को अरेस्ट करने का विरोध कर दिया। अकाली सरकार में पकड़े नामी तस्कर को पकड़ने के मामले में मन्ना ने कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर भी संगीन इलजाम लगाए।
अकाली नेता बिट्टू ने भी खोल दिया मोर्चा :
मजीठिया के खिलाफ शिअद नेता मनिंदर सिंह उर्फ बिट्टू औलख ने भी विजिलेंस में अपने बयान दर्ज कराए हैं। बिट्टू के मुताबिक विजिलेंस और एसआईटी ने उनसे मजीठिया के साथ वित्तीय लेनदेन, बेनामी संपत्ति या साझा जायदाद को लेकर सवाल किए। यह मुख्य मामला ड्रग्स का है। साल 2013 में जब यह मामला सामने आया था, तब अगर पुलिस ने इसमें सही जांच की होती तो सच्चाई सबके सामने होती। हमने सीबीआई जांच की भी मांग की थी। बिट्टू ने कहा कि भगवंत मान एक ईमानदार सीएम मान बने तो मैंने खुलकर बोलने की हिम्मत दिखाई। हालांकि मेरी उनसे कोई ‘सैटिंग’ नहीं है, मेरे पास तो उनका फोन नंबर नहीं है। उन्होंने संगीन इलजाम लगाया कि अगर तत्कालीन एसएसपी को विजिलेंस पूछताछ के लिए बुलाए तो सब साफ हो सकता है। बिट्टू ने कहा कि अगर उनकी ड्रग्स में संलिप्तता पाई जाती है तो उसे चौक पर खड़ा कर गोली मार देना। साथ ही आरोप लगाया कि मुझे और कई लोगों को बेवजह फंसाया गया है, यह सब मजीठिया की साजिश थी। ड्रग-तस्करी के आरोप में फंसे जगदीश भोला को लेकर बिट्टू ने दावा किया कि उसने कभी मेरा नाम कभी तस्करी मामले में नहीं लिया। साथ ही कहा कि मैंने मजीठिया के साथ पार्टी में रहते उनके चुनाव प्रचार में कई बार हिस्सा लिया।
——-