लक्ष्य के लिए रोडमैप तैयार करने को डीसी ने एनजीओ, सरकारी विभागों के साथ बैठक की
लुधियाना 6 जुलाई। बाल-भिखारियों को सड़कों से हटाने और उन्हें शिक्षा, व्यवसाय कौशल आदि में मदद करने को जिला प्रशासन ने ‘भिक्षा से शिक्षा तक’ अभियान शुरू किया है। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने विभिन्न गैर सरकारी संगठनों और सरकारी विभागों के सदस्यों के साथ इस बारे में बैठक की। इस मुहिम का उद्देश्य बाल भिक्षावृत्ति की समस्या को हल करने, उन बच्चों को सड़कों से हटाने और उन्हें शिक्षित करने या उनके व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। बैठक में जीत फाउंडेशन, इनीशिएटर्स ऑफ चेंज, स्विच फॉर चेंज, हेल्पिंग हैंड्स, सिटी नीड्स सहित विभिन्न एनजीओ के सदस्यों ने भाग लिया। जिला विकास फेलो (डीडीएफ) अंबर बंदोपाध्याय, जिला बाल संरक्षण अधिकारी (डीसीपीओ) रश्मी सैनी, सचिव रेड क्रॉस सोसाइटी नवनीत जोशी सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे अधिकारियों ने बताया कि इसका उद्देश्य बच्चों को भीख मांगने की प्रथा से बाहर निकालना, उन्हें सड़कों से हटाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए स्कूलों में दाखिला दिलाना है। उन्होंने इस समस्या के मूल कारणों का पता लगाने और एक प्रभावी रणनीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डीसी साहनी ने कहा कि विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, सरकारी विभागों को एक मंच पर लाने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। ताकि इस मुहिम का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास हो सकें। सदस्यों द्वारा सकारात्मक चर्चा कर सुझाव भी दिए गए। साहनी ने कहा कि प्रशासन अब भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए एक रोडमैप तैयार करने पर काम कर रहा है।
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