काराबोरी गढ़ में लुधियाना में पले बढ़े, अपने नामचीन ट्राइडेंट ग्रुप का देश-दुनिया में नेटवर्क बनाया
लुधियाना, 7 अक्टूबर। कारोबारी जगत में औद्योगिक नगरी लुधियाना से राजिंदर गुप्ता ने लगातार तरक्की करते देश-दुनिया में खास मुकाम हासिल किया। अपने संघर्ष और बड़ी सफलताओं वह किसी पहचान के मोहतज नहीं हैं।
पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने उनको सूबे में खाली हुई राज्यसभा की सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया। इसे संयोग ही कहेंगे कि जो सेट खाली हुई, इससे पहले आप के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा लुधियाना वैस्ट विधानसभा सीट से उप चुनाव जीतकर फिलहाल पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। दूसरी तरफ राजनीतिक नजरिए से देखें तो अरोड़ा के साथ राजेंद्र गुप्ता की बेहतर ट्यूनिंग मानी जाती है। रास चुनाव में उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही। दरअसल पंजाब की सत्ताधारी पार्टी के पास बहुमत है।
जानकार मानते हैं कि राजेंद्र गुप्ता ने हमेशा से ही कारोबार और राजनीति के बीच बेहतर संतुलन बनाकर रखा। पंजाब में भले ही किसी भी पार्टी की सरकार रही हो या केंद्र में किसी का भी शासन रहा हो, उनके हमेशा सबसे बेहतर रिश्ते रहे। अब सियासी तौर पर पहली बार अहम चुनाव लड़ने जा रहे राजेंद्र गुप्ता के बारे में तो यहां तक कहा जाता है कि वह एक ऐसी खुली किताब हैं। जिससे हर कारोबारी और सियासत से जुड़ा या समाजसेवा में रहने वाला हर शख्स सबक ले सकता है।
यहां काबिलेजिक्र है कि तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे कलाम ने उनको साल 2007 में सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से नवाजा था। उद्योग जगत के लिए यह बहुत बड़े गौरव की बात मानी गई। मौजूदा वक्त के नजरिए से देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ट्राइडेंट कंपनी के बारे में तारीफ कर चुके हैं। जिसको राजेंद्र गुप्ता ने अपने संचालन में लगातार कामयाबी दिलाई। जहां तक उनके समाज सेवा के क्षेत्र में पहचान की बात है तो उन्होंने देश दुनिया में पहचान रखने वाले श्री तिरुपति बालाजी मंदिर को 21 करोड़ रुपए की राशि दान बतौर दी थी।
सबसे गौरतलब पहलू यह है किे राजनीति में एक अहम पारी खेलने जा रहे राजेंद्र गुप्ता की जीत इस राज्यसभा चुनाव में लगभग तय है, इसके बावजूद उन्होंने खुद अभी तक ऐसा कोई दावा नहीं किया। इसके साथ ही दूसरा अहम पहलू यह है कि तमाम प्रमुख विपक्षी दल उनके खिलाफ किसी भी तरह की कोई गलत टिप्पणी कभी नहीं कर सके। यह उनकी सद्भाव और सबसे दोस्ताना रिश्ते रखने वाले मिजाज की एक बड़ी मिसाल है।