चंडीगढ़/अमृतसर 19 अगस्त:
उद्योग एवं बिजली मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार सभी औद्योगिक फोकल प्वाइंटों के रख-रखाव के लिए एक अलग अथॉरिटी बनाने जा रही है, जिससे उद्योगपतियों की सभी समस्याओं का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमने फोकल प्वाइंटों को अपग्रेड करने के लिए 100 करोड़ रुपये के टेंडर जारी कर दिए हैं, जिनसे सीवरेज, सीसीटीवी कैमरे, लाइटें, सड़कें और अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। अरोड़ा ने कहा कि उद्योगपतियों की सुविधा के लिए हम जल्द ही मोहाली, अमृतसर और लुधियाना में प्रदर्शनी केंद्र बनाने जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में उद्योग के विकास के लिए सभी प्रमुख शहरों में “उभरता पंजाब – सुझावों से समाधान तक” कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत आज अमृतसर से हुई है। उन्होंने कहा कि हम उद्योगपतियों के लिए नई पहल कर रहे हैं और नई योजनाएँ लेकर आ रहे हैं। अब तक की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में अब तक 1 लाख 14 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे साढ़े चार लाख लोगों को रोज़गार मिला है। उन्होंने कहा कि हमने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम से 42 साल पुराने मसलों का समाधान किया है, जिससे प्लाट धारकों को बहुत फ़ायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम लीज़होल्ड प्लाट धारकों को मालिकाना हक़ दे रहे हैं ताकि वे आसानी से अपना वित्तीय लेन-देन कर सकें।
उन्होंने कहा कि पंजाब में उद्योग लगाने की सभी मंज़ूरियाँ 45 दिनों के अंदर हो जाएँगी और ये मंज़ूरियाँ तीसरे-चौथे दिन से शुरू हो जाएँगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी दफ़्तर के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं है, बस एक पोर्टल पर आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी उद्योगपतियों की ज़्यादातर समस्याओं का फ़ोन पर ही समाधान कर रहे हैं और किसी भी उद्योगपति को किसी दफ़्तर के चक्कर लगाने की ज़रूरत महसूस नहीं होती। उन्होंने कहा कि उद्योग को शिखर पर ले जाने के लिए हमने अलग-अलग क्षेत्रों की 24 कमेटियाँ बनाई हैं, जिनमें कोई भी सदस्य राजनेता नहीं है, बल्कि सभी सदस्य उस उद्योग से जुड़े हैं।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हम 13 और 14 मार्च को मोहाली में पंजाब इन्वेस्टमेंट समिट करने जा रहे हैं, जिसमें हम अपने सभी उद्योगपतियों, व्यापारियों, एनआरआई भाइयों और विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करेंगे, ताकि वे पंजाब में निवेश कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि राइट टू बिज़नेस के लिए पहले जो मंज़ूरी सीमा 25 करोड़ रुपये तक थी, उसे बढ़ाकर 125 करोड़ रुपये कर दिया गया है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ये मंज़ूरियाँ पाँच से 15 दिनों के भीतर मिल जाएँ। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि उद्योगपतियों द्वारा दिया जाने वाला टैक्स सिर्फ़ उनके फोकल पॉइंट्स, उनके औद्योगिक पार्कों पर ही लगे, और इसके लिए हम एक विशेष अथॉरिटी बनाने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले साल हमने उद्योगपतियों को 90 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी थी और अब सिर्फ़ पाँच महीनों में 222 करोड़ रुपए बाँट दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम भविष्य में उद्योगपतियों से कभी बैंक गारंटी नहीं लेंगे। संजीव अरोड़ा ने आज अधिकारियों के साथ अमृतसर के फोकल पॉइंट्स का दौरा भी किया और अधिकारियों को इन सभी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विधायक जीवनजोत कौर, मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभी मलिक, इन्वेस्ट पंजाब के एडिशनल सीईओ राहुल चाबा, लोकसभा प्रभारी जसकरण बदेशा, शहरी अध्यक्ष प्रभबीर बराड़ और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।