याचिका पर सोमवार को सुनवाई संभव, किसान आंदोलन के चलते नेशनल हाइवे बंद, अंबाला के कारोबारी परेशान
चंडीगढ़ 7 जुलाई। किसान आंदोलन के चलते बंद पड़े शंभू बार्डर को खुलवाने के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर हो गई है। हाईकोर्ट के ही एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने यह जनहित याचिका दायर की।
एडवोकेट शांडिल्य के मुताबिक इस जनहित याचिका में बताया गया है कि पांच महीने से नेशनल हाईवे 44 बंद है। इससे अंबाला के दुकानदार, व्यापारी, छोटे बड़े रेहड़ी फड़ी वाले भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। याचिका में मांग की गई है कि शंभू बॉर्डर को तुरंत प्रभाव से खोलने के आदेश दिए जाएं। शनिवार को दायर की गई याचिका पर सोमवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।
इस याचिका में पंजाब व हरियाणा सरकार सहित किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पार्टी बनाया गया है। याचिका में बताया गया है कि शंभू बॉर्डर बंद होने के कारण सरकारी बसों को रूट डायवर्ट किया हुआ है। जिससे तेल का खर्च बढ़ रहा है और अंबाला व शंभू के आसपास के मरीज बॉर्डर बंद होने के कारण दिक्कत में हैं। एंबुलेंस के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एडवोकेट शांडिल्य ने कहा कि हरियाणा पंजाब के वकीलों को भी अंबाला से पटियाला व पटियाला वालों को अंबाला की अदालतों में आने में भारी दिक्कतें हो रही हैं। रास्ता किसके कारण और क्यों बंद है, इस पर निर्णय हाईकोर्ट करेगा। हालांकि चाहे हरियाणा सरकार हो या पंजाब सरकार हो या केंद्र, रोड को बंद करना जनता के मौलिक अधिकारों का हनन है। जबकि फरवरी से शंभू बॉर्डर बंद पड़ा है।
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