हाथियों के परिवार दो बच्चे भी, नेशनल पार्क में अलग-अलग जगह घूमते, हरी पत्तियां खाते नजर आए
यमुनानगर 6 जनवरी। यहां उत्तराखंड से हाथियों का झुंड पहुंचा है। जो यमुनानगर जिले में स्थित कलेसर नेशनल पार्क में नजर आया।
जानकारी के मुताबिक हाथियों के इस परिवार में एक नर, दो मादा और 2 उनके बच्चे देखे गए हैं। वन विभाग इनकी एंट्री को वन्यजीवों के लिए पार्क की अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों का सकारात्मक संकेत मान रहा है। वाइल्ड लाइफ विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह हाथी संभवत उत्तराखंड के देहरादून स्थित राजाजी नेशनल पार्क से आए हैं, जहां हाथियों की आबादी बहुत ज्यादा है। वन विभाग ने अनुमान जताया कि यह परिवार दिसंबर, 2024 में कलेसर में दाखिल हुआ था। तब से इसे कई बार जंगल के अलग-अलग हिस्सों में घूमते देखा गया है।
यमुनानगर जिले के वाइल्ड लाइफ विभाग के इंस्पेक्टर लीलू राम के मुताबिक हमने करीब 20 दिन पहले कलेसर नेशनल पार्क में एक नर और दो मादा हाथियों के साथ दो बच्चों का एक परिवार देखा था। इसके बाद हमने उन्हें 3 या चार बार और देखा। हाथी सुरक्षित स्थान की तलाश में कलेसर चले गए होंगे। कलेसर नेशनल पार्क एक घना जंगल है, जो हाथियों सहित जंगली जानवरों के लिए अनुकूल एनवायरनमेंट देता है। हमें खुशी है कि हाथियों का एक परिवार यहां आया है। हाथियों के पसंदीदा पेड़ रिहानी समेत अन्य घास इस पार्क में उपलब्ध हैं।
इंस्पेक्टर लीलू के मुताबिक कलेसर हाथियों की भोजन संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करता है, क्योंकि इसमें उनके पसंदीदा पेडों की संख्या काफी है। करीब 11,570 एकड़ में फैला कलेसर नेशनल पार्क घने जंगल के गलियारे के माध्यम से राजाजी पार्क से जुड़ा हुआ है। कलेसर के साथ हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित कर्नल शेरजंग नेशनल पार्क भी लगता है। कलेसर नेशनल पार्क यमुनानगर में शिवालिक की तलहटी में बना है। यहां सेमल, बहेड़ा, और अमलतास जैसे पेड़ पाए जाते हैं। पार्क में तेंदुआ, हाथी, हिरण, चीतल, सांभर, वन बकरा, जंगली मुर्गा, तीतर, बटेर, खरगोश, गिलहरी, भारतीय सियार, नीलगाय, गोरल, भारतीय कलगीदार साही, छोटी भारतीय सिवेट, कॉमन पाम सिवेट, ग्रे लंगूर भी देखने को मिलते हैं।
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