सोमवार को टाटा समूह की यात्री वाहन इकाई को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। कंपनी के शेयरों में लगभग 7% की गिरावट दर्ज की गई, जो डीमर्जर के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है। इस गिरावट से कंपनी के कुल मूल्यांकन में ₹10,476 करोड़ का नुकसान हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि लग्जरी कार विभाग पर हुए साइबर हमले के चलते EBITDA मार्जिन दबाव में आया, जिसका सीधा असर शेयर कीमतों पर पड़ा है।
शेयरों की कीमत गिरकर 363.15 रुपये तक पहुँची
बीएसई के अनुसार, कंपनी के शेयर 7.26% गिरकर ₹363.15 पर बंद हुए। यह स्तर उसके 52-सप्ताह के निचले स्तर से केवल 8.30% ऊपर है। जानकारों का कहना है कि टाटा मोटर्स के साथ विलय के बाद टीएमपीवी के शेयरों में यह अब तक की सबसे तीखी गिरावट है। यदि गिरावट का सिलसिला जारी रहा, तो शेयर अपने 52-सप्ताह के लो को तोड़ सकता है।
साइबर हमले का असर: EBITDA मार्जिन घटाया
कंपनी ने तिमाही नतीजों में बताया कि जगुआर लैंड रोवर पर साइबर अटैक का उसके प्रदर्शन पर बड़ा प्रभाव पड़ा। इसी कारण JLR के EBITDA मार्जिन का अनुमान 5–7% से घटाकर 0–2% कर दिया गया है। कंपनी का मार्केट वैल्यू शुक्रवार को ₹1,44,200 करोड़ था, जो सोमवार के ट्रेडिंग शुरू होते ही गिरकर ₹1,33,723 करोड़ रह गया। यानी सिर्फ एक मिनट में ₹10,476 करोड़ की गिरावट।
लगातार पाँचवें दिन शेयर में गिरावट
बीएसई पर दोपहर 12 बजे शेयर 4.62% गिरकर ₹373.50 पर कारोबार कर रहा था। यह टीएमपीवी के शेयरों में लगातार पाँचवाँ दिन है जब गिरावट देखने को मिली है। 10 नवंबर को यह शेयर ₹410.60 पर था, जो अब कुल मिलाकर 11.55% नीचे आ चुका है।





