बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे अब लगभग साफ हो चुके हैं। 243 सीटों के रुझानों में एनडीए ने शानदार बढ़त बना ली है। एनडीए 201 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि महागठबंधन सिर्फ 36 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
NDA को भारी फायदा, महागठबंधन को नुकसान
इस चुनाव में एनडीए को 2020 के मुकाबले 65 से अधिक सीटों का फायदा मिलता दिख रहा है। वहीं, महागठबंधन को लगभग इतनी ही सीटों का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पिछली बार 43 सीटों पर सिमटने वाली जेडीयू इस बार 75 से ज्यादा सीटों पर आगे है। इससे स्पष्ट है कि नीतीश कुमार की सरकार एक बार फिर सत्ता में लौट सकती है और वे 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
बीजेपी 91 सीटों पर बढ़त के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है।
महागठबंधन की स्थिति कमजोर
महागठबंधन में आरजेडी केवल 27 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस, जो 61 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, सिर्फ 4 सीटों पर आगे है।
243 सीटों पर उतरी प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी और मुकेश सहनी की पार्टी का अभी तक खाता नहीं खुला है।
बड़े नेताओं का हाल
राघोपुर से तेजस्वी यादव और महुआ से तेजप्रताप यादव पीछे चल रहे हैं। वहीं, तारापुर से सम्राट चौधरी आगे हैं।
काराकाट से पवन सिंह की पत्नी लगातार पीछे चल रही हैं।
अन्य दलों व निर्दलीय उम्मीदवारों में 5 सीटों पर बढ़त बनी हुई है।
इस बार दो चरणों में हुई वोटिंग में 67.10% मतदान हुआ, जो 2020 की तुलना में करीब 10% अधिक है—यह एक नया रिकॉर्ड है।
काउंटिंग की प्रमुख बातें
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एनडीए को पिछले चुनाव से 60+ सीटों का फायदा
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जेडीयू को सर्वाधिक 40+ सीटों का लाभ
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लोजपा 28 में से 21 सीटों पर आगे
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एनडीए के सभी 29 मंत्री बढ़त में
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राघोपुर से तेजस्वी और महुआ से तेजप्रताप पीछे
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रघुनाथपुर से आरजेडी के ओसामा शहाब आगे
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सरायरंजन से जेडीयू के विजय चौधरी आगे
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दानापुर से आरजेडी के रीतलाल यादव आगे
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छपरा से खेसारी लाल यादव पीछे
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अलीनगर से भाजपा प्रत्याशी मैथिली ठाकुर आगे




