150 साल पुराने टाटा समूह में नई पीढ़ी की एंट्री: नेविल टाटा बने सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड सदस्य

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भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित कारोबारी घरानों में से एक, टाटा समूह में अब पांचवीं पीढ़ी की एंट्री हो चुकी है। 32 वर्षीय नेविल टाटा, जो नोएल टाटा और आलू मिस्त्री के बेटे हैं, को सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल किया गया है। यह कदम समूह में नई पीढ़ी की भूमिका को मजबूत करता है और एक नए युग की शुरुआत का संकेत देता है।

कौन हैं नेविल टाटा

नेविल टाटा ने लंदन के बेयस बिजनेस स्कूल से स्नातक किया है। वे अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद से ही व्यापार जगत में सक्रिय हैं। वर्तमान में वे टाटा समूह की रिटेल शाखा ट्रेंट हायपरमार्केट में बिजनेस हेड के पद पर कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में ट्रेंट ने अपने विस्तार और रणनीतिक विकास पर विशेष ध्यान दिया है।

टाटा परिवार की विरासत

टाटा समूह की नींव 150 साल पहले जमशेदजी टाटा ने रखी थी। इसके बाद से यह परिवार न केवल व्यापार में, बल्कि सामाजिक दायित्व और विश्वसनीयता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। नेविल टाटा का बोर्ड में शामिल होना समूह की इस परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

नई शुरुआत की झलक

नेविल की एंट्री के साथ टाटा परिवार की नई पीढ़ी अब सक्रिय रूप से समूह के नेतृत्व में अपनी भूमिका निभाने लगी है। उद्योग जगत इसे टाटा समूह में युवा दृष्टिकोण और नवाचार की दिशा में बड़ा बदलाव मान रहा है।

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