दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भारत अब विदेशी कंपनियों के लिए पसंदीदा मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है। जापान की दिग्गज कंपनियां टोयोटा, होंडा और सुजुकी धीरे-धीरे चीन से अपना उत्पादन केंद्र भारत में स्थानांतरित कर रही हैं। यह बदलाव भारत और जापान की साझेदारी को मजबूत बना रहा है और चीन की नींद उड़ाने वाला साबित हो रहा है।
अरबों डॉलर का निवेश और नई फैक्ट्रियां
टोयोटा, होंडा और सुजुकी भारत में नई फैक्ट्रियां लगाने और कार उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 11 अरब डॉलर का निवेश कर रही हैं। होंडा ने हाल ही में घोषणा की है कि वह भारत को अपनी आगामी इलेक्ट्रिक कारों के लिए प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट बेस बनाएगी। कंपनी के सीईओ तोशिहिरो मिबे के अनुसार, भारत होंडा के लिए न केवल दोपहिया वाहनों का बड़ा बाजार है, बल्कि अब चारपहिया क्षेत्र में भी विस्तार की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
कम लागत और सरकारी प्रोत्साहन बना रहे भारत को आकर्षक
भारत में सस्ता श्रम, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकार की प्रोत्साहन नीतियां विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं। उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, जापानी कंपनियां चीन में घटते मुनाफे और बढ़ती प्रतिस्पर्धा से परेशान हैं, ऐसे में भारत उन्हें चीन का बेहतर विकल्प नजर आ रहा है। भारत में बनी गाड़ियों की गुणवत्ता और निर्यात क्षमता भी वैश्विक स्तर पर सराही जा रही है।





