अक्षत सिंगला
तपा मंडी, 2 नवंबर : नगर के प्राचीन सराय मंदिर प्रांगण में रविवार को तुलसी विवाह का पावन समारोह अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन देवउठनी एकादशी के उपलक्ष्य में किया गया, जो कार्तिक मास की शुक्ल एकादशी को मनाया जाता है और इसे विवाहों के शुभारंभ का प्रतीक माना जाता है।
समारोह में तुलसी पक्ष की ओर से मुख्य यजमान के रूप में अग्रवाल सभा पंजाब के महासचिव मोहित सिंगला एवं आरती सिंगला ने विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना कर तुलसी विवाह का संपूर्ण दायित्व निभाया। विवाह संस्कार का शुभारंभ पंडित अनिल शर्मा द्वारा वेद-मंत्रों के उच्चारण से किया गया। मंत्रोच्चार, मंगल गीतों और वैदिक विधियों के बीच भगवान विष्णु जी के रूप में भगवान शालिग्राम और तुलसी माता का पवित्र विवाह संपन्न कराया गया।
मंदिर प्रांगण में सजावट करके तुलसी मंच को पुष्पमालाओं, दीपों और रंगोली से सुसज्जित किया गया था। वैवाहिक मंडप में भक्तजन पारंपरिक वस्त्रों में सुसज्जित होकर उपस्थित हुए। विवाह के दौरान ‘शुभ मंगल’ के साथ जब तुलसी और शालिग्राम का मिलन हुआ तो पूरा वातावरण “जय श्री विष्णु”, “हरि नाम संकीर्तन” और “राधे-श्याम” के जयघोष से गूंज उठा।कार्यक्रम में नगर के श्रद्धालु, महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने तुलसी विवाह का पुण्य दर्शन किया और तुलसी-शालिग्राम के आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख-शांति की कामना की।समारोह उपरांत भक्तों को महाप्रसाद वितरित किया गया। पंडित अनिल शर्मा ने तुलसी विवाह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तुलसी न केवल एक पवित्र पौधा है, बल्कि यह गृहस्थ जीवन की शुद्धता, समृद्धि और आस्था का प्रतीक भी है।कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्थानीय श्रद्धालुओं व महिला मंडलों का समारोह में विशेष योगदान रहा। तुलसी विवाह के साथ ही मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन व एकादशी की कथा का भी आयोजन किया गया जिससे सम्पूर्ण वातावरण भक्ति और आनंद से परिपूर्ण हो उठा।इस अवसर पर अन्यों के अतिरिक्त विजय सिंगला मिट्ठू, सुनीता सिंगला, मोनिका सिंगला,एकता सिंगला, नगर परिषद की अध्यक्ष डा. सोनिका बांसल,स्नेह बांसल, प्रियंका बांसल, विनीता बांसल, गीतू मित्तल,सरोज जिंदल, प्रेम लता, अनीता गर्ग,किरण गार्गा व पं शाम लाल शर्मा उपस्थित थे।





