ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन ने अपने 14,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ह्यूमन रिसोर्सेज बेथ गैलेटी ने 28 अक्टूबर को ईमेल के जरिए कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर भेजे। ईमेल में बताया गया कि कर्मचारियों के सभी एक्सेस तुरंत बंद कर दिए गए हैं और जरूरत पड़ने पर सिक्योरिटी उन्हें ऑफिस से बाहर निकालने में मदद करेगी। प्रभावित कर्मचारियों को 90 दिन की सैलरी, बेनिफिट्स, सेवरेंस पैकेज और जॉब प्लेसमेंट सहायता दी जाएगी।
यह छंटनी 2022-23 में हुए 27,000 कर्मचारियों की नौकरी जाने के बाद अमेजन का सबसे बड़ा लेऑफ है। कंपनी के कुल 3.5 लाख कॉर्पोरेट कर्मचारियों में से करीब 4% को निकाला गया है। हैरानी की बात यह है कि कंपनी ने हाल ही में एक तिमाही में 18 बिलियन डॉलर (लगभग ₹1.6 लाख करोड़) का मुनाफा कमाया है।
एआई और रोबोट्स से घटेंगी नौकरियां
अमेजन के सीईओ एंडी जासी ने पहले ही संकेत दिया था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन के चलते आने वाले वर्षों में नौकरियां और घट सकती हैं। उन्होंने इस साल एक गुमनाम शिकायत प्रणाली (Anonymous Complaint Line) शुरू की थी ताकि ऐसे कर्मचारियों की पहचान हो सके जो पर्याप्त योगदान नहीं दे रहे हैं।
ऑटोमेशन से 1 लाख करोड़ रुपये की बचत का लक्ष्य
कंपनी का लक्ष्य 2027 तक अपने ऑपरेशंस का 75% हिस्सा ऑटोमेट करने का है। अमेजन ऐसे वेयरहाउस बना रही है जहां इंसानों की जगह रोबोट्स काम करेंगे। इससे हर आइटम की डिलीवरी लागत में लगभग 2.5 रुपये तक की बचत होगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 से 2027 के बीच कंपनी 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत कर सकती है।
नया युग: कम इंसान, ज्यादा मशीनें
अमेजन ने श्रेवपोर्ट में अपना सबसे एडवांस्ड वेयरहाउस लॉन्च किया है, जहां इंसानों की भागीदारी 25% कम हो गई है। कंपनी इस मॉडल को 2027 तक 40 नई फैसिलिटीज में लागू करने की तैयारी में है। डिजिटल युग में यह कदम जहां कार्यकुशलता बढ़ाएगा, वहीं नौकरियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल भी खड़ा करता है।





