मांगें पूरी न हुईं तो हड़ताल की चेतावनी, नगर परिषद को सौंपा ज्ञापन
जीरकपुर 29 oct : पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन जिला मोहाली शाखा जीरकपुर ने 1 नवंबर से डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों का संचालन रोकने की घोषणा की है। यूनियन ने कहा है कि जब तक सफाई कर्मियों के हितों से जुड़ी मांगों पर सरकार की ओर से कोई ठोस फैसला नहीं आ जाता, तब तक यह कदम उठाना आवश्यक है। फेडरेशन के इस निर्णय से नगर परिषद क्षेत्र में कचरा प्रबंधन व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, जिससे स्थानीय बाशिंदों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
इस संबंध में फेडरेशन ने नगर परिषद जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। यूनियन के अध्यक्ष शमशेर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि परिषद द्वारा 1 नवंबर से डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण मुहिम लागू की जा रही है। लेकिन सफाई कर्मियों की सरकार से कई महत्वपूर्ण चर्चाएँ जारी हैं, इसलिए प्रशासन को फिलहाल इस व्यवस्था को रोक देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों के बिना किसी भी तकनीकी व्यवस्था को लागू कर पाना संभव नहीं है और कर्मियों की समस्याओं को सुलझाए बिना किसी एकतरफा योजना का बोझ उन पर नहीं डाला जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जीरकपुर के कई इलाकों में कूड़ा डंप करने की उचित व्यवस्था नहीं है। बलटाना क्षेत्र में कचरा गिराने के लिए पुख्ता एवं निर्धारित स्थान उपलब्ध नहीं होने के कारण सफाई कर्मियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसी तरह ढकोली स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के पीछे बनाए गए डंपिंग पॉइंट को लंबे समय से बंद कर रखा गया है, जिसे तुरंत खोला जाना चाहिए। सिंहपुरा क्षेत्र में भी कचरे के निस्तारण को लेकर लगातार दिक्कतें सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि सफाई कर्मियों के पास सही स्थान ही उपलब्ध नहीं होगा तो डोर-टू-डोर अभियान कैसे संभव होगा?
यूनियन की मांग है कि सभी डंपिंग पॉइंट्स का समय बढ़ाकर शाम 5 बजे तक किया जाए, ताकि कर्मचारी निर्धारित समय में काम पूरा कर सकें। उन्होंने कहा कि नगर परिषद को यह समझना होगा कि सफाई कर्मियों के सहयोग के बिना कोई भी स्वच्छता मुहिम सफल नहीं हो सकती।
शमशेर सिंह ने साफ चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने समस्याओं का समय पर समाधान नहीं किया तो फेडरेशन बाध्य होकर हड़ताल करेगी, और उस स्थिति में नगर परिषद स्वयं जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि फेडरेशन स्वच्छता व्यवस्था में बाधा नहीं डालना चाहती, लेकिन सफाई कर्मियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष भी आवश्यक है।
यूनियन ने उम्मीद जताई है कि नगर परिषद व राज्य सरकार जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेकर सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करेगी, ताकि जीरकपुर में स्वच्छता व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे।





