चंडीगढ़ में मेट्रो ट्रेन चलेगी या नहीं, डीपीआर के बाद ही तय हो पाएगा

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नए मुख्य सचिव ने प्रसाद ने कहा, डीपीआर जल्द तैयार करने के निर्देश दिए

चंडीगढ़, 25 अक्टूबर। यूटी के नए मुख्य सचिव एच. राजेश प्रसाद ने कहा है कि मेट्रो चंडीगढ़ के लिए सही रहेगी या नहीं, ये डीपीआर के तैयार होने के बाद ही तय होगा। उन्होंने माना कि चंडीगढ़ में पार्किंग और ट्रैफिक एक चुनौती है। इसको लेकर उन्होंने गंभीरता से काम करने की भी बात कही है। साथ मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने चंडीगढ़ के कई बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखी। कहा कि उन्हें चंडीगढ़ में ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने सभी विभागों के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की है। चंडीगढ़ में पहले ही काफी बेहतर काम हो रहा है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं, जिन पर काम करने की जरूरत है। मेट्रो के मुद्दे पर प्रसाद ने कहा कि अभी तक डीपीआर ही नहीं बनी है। ऐसे में यह कहना मुश्किल होगा कि चंडीगढ़ के लिए मेट्रो सही है या नहीं। उन्होंने माना कि मेट्रो पर आने वाला खर्च बहुत ज्यादा है। ऐसे में यह देखना बहुत महत्वपूर्ण होगा कि चंडीगढ़ में मेट्रो की सवारी करने वाले लोगों की संख्या कितनी रहेगी। वहे हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को लेकर भी काफी उत्साहित नजर आए। यहां बता दें कि मेट्रो को लेकर पिछले एक से डेढ़ साल में प्रशासन काफी धीमी गति से काम कर रहा है। पूर्व प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित व पूर्व सलाहकार धर्मपाल इसको लेकर काफी सक्रिय थे। वर्तमान पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया चंडीगढ़ में मेट्रो को लेकर बहुत सकारात्मक नहीं हैं। हाल ही में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने भी अन्य विकल्पों को भी तलाशने की बात कही थी। उन्होंने पॉड टैक्सी का सुझाव दिया था। हालांकि चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी इसको लेकर लगातार सक्रिय हैं। वह चाहते हैं कि चंडीगढ़ में मेट्रो चले। उन्होंने कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री खट्‌टर से भी मुलाकात की थी। साथ ही कहा था कि अगर वह खुद इस प्रोजेक्ट की निगरानी करेंगे, तभी ये प्रोजेक्ट पूरा हो पाएगा।

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