CBSE की ओर से विंटर बाउंड स्कूलों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाओं का आयोजन 01 जनवरी के बजाय 06 नवंबर से 06 दिसंबर तक आयोजित कराया जाएगा। इसके साथ ही सीबीएसई की ओर से कक्षा दसवीं और बारहवीं प्रैक्टिकल परीक्षाओं से संबंधित कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
उम्मीदवार सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर परीक्षा से संबंधित जानकारी देख सकते हैं।
भारत के अन्य स्कूलों में यह परीक्षा 01 जनवरी, 2026 से आयोजित कराई जाएंगी।
प्रैक्टिल परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य
CBSE की आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक प्रैक्टिकल परीक्षा में सभी उम्मीदवारों का शामिल होना अनिवार्य है। जो छात्र प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन्हें कक्षा दसवीं और बारहवीं में पास होने के लिए आयोग्य माना जाएगा। साथ ही उन छात्रों के परिणाम भी जारी नहीं किए जाएंगे। इसलिए सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे प्रैक्टिकल परीक्षाओं में अवश्य भाग लें।
सीबीएसई के जरूरी दिशा-निर्देश
बोर्ड परीक्षाओं को बेहतर ढंग से संचालित करवाने के लिए सीबीएसई की ओर से स्कूलों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं, जो इस प्रकार है।
सीबीएसई के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में केवल उन्हीं छात्रों की उपस्थित को स्वीकार किया जाएगा, जिनके नाम एलओसी में सीबीएसई को भेजे गए हैं।
साथ ही छात्रों के अंक अपलोड करते समय शिक्षक यह अवश्य सुनिश्चित कर लें कि सही अंक ही अपलोड किए जाएं। क्योंकि बोर्ड की ओर से दोबारा अंक अपलोड करने का मौका नहीं दिया जाएगा।
सीबीएसई की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर किसी विषय में 30 से अधिक छात्र शामिल हैं, तो स्कूल परीक्षा दो से तीन सत्रों में आयोजित करें।
कक्षा दसवीं की इंटरनल असेसमेंट और कक्षा बारहवीं की प्रैक्टिकल परीक्षा केवल एक बार ही आयोजित कराई जाएगी।
सभी स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि प्रैक्टिल परीक्षा शुरू होते ही अंकों को अपलोड करना शुरू कर दें, ताकि यह काम तय समय तक पूरा किया जा सकें।