दिवाली और छठ के पावन अवसर पर भारत के डाक कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए उत्पादकता से जुड़ा बोनस (PLB) मंजूर कर लिया है, जिसके तहत योग्य कर्मचारियों को 60 दिनों के वेतन के बराबर बोनस मिलेगा.
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद डाक विभाग ने इस फैस व्यक्त किया है. यह कदम न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा.
बोनस के हकदार कर्मचारी
मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS): डाकघरों में विभिन्न कार्यों को संभालने वाले कर्मचारी.
ग्रुप ‘C’ कर्मचारी: जैसे पोस्टल असिस्टेंट, सॉर्टिंग असिस्टेंट, डाक बिलकर्मी और मेल गार्ड.
नॉन-गजेटेड ग्रुप ‘B’ कर्मचारी: निरीक्षक, सहायक अधीक्षक और ऑफिस अधीक्षक जैसे कर्मचारी.
ग्रामीण डाक सेवक (GDS): इन्हें विशेष रूप से एक्स-ग्रेशिया बोनस प्रदान किया जाएगा.
इसके अतिरिक्त, फुल-टाइम और टेम्परेरी कर्मचारियों को हाफ-टाइम बोनस का लाभ मिलेगा, बशर्ते वे न्यूनतम 8 घंटे रोजाना काम करें और उनकी सेवा कम से कम तीन वर्ष की हो.
बोनस की गणना का तरीका
नियमित कर्मचारियों के लिए PLB की गणना निम्नलिखित फॉर्मूले के आधार पर होगी:
प्रोडक्टिविटी बोनस = औसत वेतन x बोनस के दिन / 30.4
इस गणना में बेसिक पे, महंगाई भत्ता, विशेष भत्ता, ड्यूटी भत्ता और ट्रेनिंग भत्ता शामिल होंगे.
ग्रामीण डाक सेवकों (GDS) के लिए बोनस की राशि उनके समय संबंधी भत्ते (TRCA) और महंगाई भत्ते के आधार पर तय होगी. हाफ-टाइम कर्मचारियों के लिए बोनस की पात्रता के लिए तीन साल की निरंतर सेवा और प्रतिदिन 8 घंटे काम करना अनिवार्य है.
त्योहारों में बढ़ेगी खुशियां
यह बोनस डाक कर्मचारियों के लिए न केवल आर्थिक सहायता का साधन है, बल्कि यह उनके उत्साह को भी दोगुना करेगा. खासकर दिवाली और छठ जैसे त्योहारों के समय, यह अतिरिक्त आय कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए खुशियों का सबब बनेगी. यह योजना डाक विभाग के कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण को सम्मानित करने का एक शानदार तरीका है.