दिवगंत आईपीएस की आईएएस पत्नी के बयान लेगी एसआईटी, जांच होगी सुसाइड नोट पर सिग्नेचर की
चंडीगढ़,
18 अक्टूबर। बीते दिनों चंडीगढ़ में हरियाणा के सीनियर आईपीएस पूरन कुमार ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही है। इस बीच, लुधियाना के नवनीत कुमार ने अपने वकील के माध्यम से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है, जिसमें मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है। इस मामले पर अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होनी है।
जानकारी के मुताबिक एसआईटी इस केस में दिवंगत आईपीएस की आईएएस अफसर पत्नी अमनीत पी. कुमार से पूछताछ करने की तैयारी में है। उनकी दोनों बेटियों, पंजाब की बठिंडा ग्रामीण सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन और परिवार के अन्य करीबी सदस्यों के भी बयान दर्ज करेगी। साथ ही सुसाइड नोट पर किए सिग्नेचर की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराएगी।
सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार की बेटी ने ही सबसे पहले अपने मामा विधायक अमित रतन को इस घटना की जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि रतन ही इस हादसे की जानकारी मिलने पर सबसे पहले मौके पर पहुंचे। अब तक एसआईटी इस मामले में 5 कर्मचारियों से पूछताछ कर चुकी है। हालांकि, पुलिस ने इनके नाम सार्वजनिक नहीं किए। उधर, चंडीगढ़ कोर्ट के आदेश पर परिवार ने पूरन कुमार का लैपटॉप और एप्पल मैकबुक एसआईटी को सौंप दिया। एक दिन पहले शुक्रवार को कोर्ट ने एसआईटी की याचिका पर सुनवाई करते हुए परिवार को दोनों चीजें सौंपने का आदेश दिया था।
उन्होंने सुसाइड नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजी और एक एसपी समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों को आरोपी बनाया था। उनकी पत्नी व हरियाणा की सीनियर आईएएस अमनीत कुमार आरोपियों पर एफआईआर व गिरफ्तारी से पहले पति का पोस्टमार्टम-संस्कार ना कराने पर अड़ गई थीं। खैर, हरियाणा की सैनी सरकार और केंद्र के दखल के बाद दिवंगत आईपीएस का संस्कार हो गया। इसी बीच, हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप लाठर ने भी आत्महत्या कर ली। उसने मरने से पहले एडीजीपी पूरन कुमार को आरोपी बना संगीन इलजाम लगाए। उसके परिजन भी आरोपियों पर कार्रवाई ना होने तक एएसआई का अंतिम संस्कार ना करने पर अड़ गए। अब दिवंगत आईपीएस की पत्नी, उनके भाई व विधायक अमित रतन समेत दो अन्य के खिलाफ लाठर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। यह उस दिन हुआ, जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाठर के परिजनों से मुलाकात कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उठ रहे तकनीकी सवाल :
पंजाब के पूर्व डीजीपी डीआर भट्टी के अलावा हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, यह पेचीदा मामला है। लाठर सुसाइड केस में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, उनके भाई, अमित रतन के साथ छूट प्राप्त एएसआई सुशील कुमार व एक अन्य पुलिसकर्मी के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज है। इससे पहले, मुख्यमंत्री सैनी के ओएसडी वीरेंद्र सिंह बढ़खालसा ने बैठक के दौरान मृतक एएसआई के परिजनों को कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया था। ऐसे में कानूनी पहलू से देखें तो दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपी जानी चाहिए।
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