पंजाबी गायकी के प्रसिद्ध कलाकार राजवीर सिंह जवंदा का हाल ही में सड़क दुर्घटना के दौरान निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव पोना में आयोजित किया गया, जहाँ उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कलाकार, गायकों, राजनीतिक और धार्मिक हस्तियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
अंतिम अरदास और श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के दौरान राजवीर के चाहने वालों की आँखें नम थीं। उनके परिवार के सदस्य—माँ, पत्नी, बहन और बच्चे अपने दुःख को रोक नहीं पाए। उनकी बेटी की पीड़ा सुनकर पंडाल में बैठे सभी की आँखों में आँसू छलक उठे। बेटी ने कहा, “मेरे पिता मुझसे कहते थे कि मुझे कभी छोड़कर मत जाना, लेकिन वह मुझे छोड़कर चले गए।” उनकी बहन ने कहा, “मेरे जीवन के दो नायक—मेरे पिता और मेरा भाई अब इस दुनिया में नहीं रहे।”
अंतिम संस्कार में पंजाबी फिल्म और संगीत जगत के लगभग सभी कलाकार मौजूद थे। पंजाबी गायक गुरदास मान ने कहा कि राजवीर जवंदा पंजाबी गायकी के सुपरस्टार बन गए और ऐसी आत्माएँ धरती पर विरले ही आती हैं। गुरप्रीत घुग्गी ने उन्हें लाखों माताओं के सपूत बताया।
इस अवसर पर सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि राजवीर की पत्नी को सरकारी नौकरी और उनके बच्चों को उच्च शिक्षा तक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, एसआर कलेर, दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिद्धू, पंजाब के क्षेत्रीय मंत्री गुरमीत सिंह खुडियाँ, अमरीक सिंह अलीवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी श्रद्धांजलि देने पहुँचे।
राजवीर जवंदा की यादें और उनकी गायकी पंजाब की जनता के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।