हरियाणा में सैनी सरकार के लिए सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामला बड़ा संकट बना !

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उनकी पत्नी अमनीत पी.कुमार भी हरियाणा की सीनियर आईएएस, दलित उत्पीड़न के आरोप, मामला हाई-प्रोफाइल

चंडीगढ़, 12 अक्टूबर। यहां सैक्टर 20 स्थित गुरु रविदास भवन में रविवार को महापंचायत हुई। जिसमें हरियाणा के सीनियर आईपीएस वाई.पूरन कुमार के आत्महत्या के मामले में न्याय को लेकर अहम प्रस्ताव पारित किए गए।

महापंचायत में मचा हंगामा :

इस दौरान पूर्व सांसद और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रमुख राजकुमार सैनी ने मंच से कहा कि महर्षि वाल्मीकि ब्राह्मण थे। इसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। अंत में महापंचायत में सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया। इस दौरान सुसाइड केस में नामजद हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को हटाने की मांग की गई। यदि ऐसा नहीं हुआ प्रदर्शन उग्र किया जाएगा। महापंचायत के बाद लोग हरियाणा के गवर्नर अशीम घोष को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे, लेकिन उन्हें पुलिस ने नहीं जाने दिया। इसके बाद गवर्नर खुद आईएएस अमनीत पी. कुमार से मिलने पहुंचे। इनसे पहले हरियाणा सीआईडी के एडीजीपी सौरभ सिंह भी आए।

सफाईकर्मी रखेंगे हड़ताल :

उधर, छठे दिन भी पूरन कुमार के पोस्टमॉर्टम पर सहमति नहीं बना पाई। दिवंगत आईपीएस की पत्नी अमनीत पी. कुमार की सैक्टर-11 स्थित आवास पर दो सीनियर आईएएस अधिकारियों ने मीटिंग की। वहीं, महापंचायत के आयोजकों ने घोषणा की कि चंडीगढ़ के सभी सफाई कर्मियों की हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार पीड़ित महिला अधिकारी को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाती।

इस समूह में दलित समाज के विभिन्न कार्यकर्ताओं और समुदायों के उद्यमियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। उन्होंने हरियाणा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि दलित अधिकारी और कर्मचारियों के प्रति सरकार की शैली निंदनीय हैं। सभा में एक सुर से मांग की गई कि आरोपी सरकारी अधिकारियों पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही दलित अधिकारियों व कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

सीएम सैनी का दावा, होगी कड़ी कार्रवाई :

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि चल रही जांच में दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, चाहे उनकी स्थिति कुछ भी हो। चंडीगढ़ यूटी पुलिस प्रमुख सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि परिवार ने कुछ शिकायतों के कारण पोस्टमार्टम के लिए सहमति नहीं दी है। उधर, हरियाणा आईएएस अधिकारी संघ ने राज्य सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन से कुमार की पत्नी द्वारा उठाए मुद्दों को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है।

सुसाइड नोट में दलित उत्पीड़न के आरोप :

यहां बता दें कि 7 अक्टूबर, 2025 को, वाई पूरन कुमार अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली लगने से मृत पाए गए। उनकी पत्नी ने एक शिकायत में कहा कि अंतिम नोट में उन्होंने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित 16 वरिष्ठ अधिकारियों का नाम लिया। उन पर लंबे समय तक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और जाति-आधारित भेदभाव किया गया।

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