लुधियाना 10 अक्टूबर। लुधियाना में पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी मनमानी करने में लगे हुए हैं। हालात यह है कि लुधियाना की इंडस्ट्री प्रदूषण बोर्ड के अफसरों से बेहद परेशान हो चुकी है। चर्चा है कि अफसरों द्वारा इंडस्ट्री मालिकों को सरेआम डरा धमकाकर उनसे रिश्वत मांगी जा रही है। यह रिश्वत हजारों में नहीं बल्कि लाखों में लेने की चर्चाएं है। अगर रिश्वत न दी जाए तो जानबूझकर गलत कार्रवाई करके फंसाने की बात कही जाती है। यह रिश्वत पीपीसीबी के ही एक्सियन लेवल के अधिकारी ले रहे हैं। हालांकि पीपीसीबी की इस कार्रवाई को देख लगता है कि शायद सरकारी तंत्र खुद ही पंजाब की मान सरकार की छवि खराब करने में लगा हुआ है। हालांकि विधानसभा के चुनाव 2027 में है। लेकिन अफसरों की इन हरकतों को देखकर लगता है कि शायद चुनाव से पहले ही लोगों में सरकार की गलत छवि बनाने की तैयारी की जा रही है। लेकिन अब देखना होगा कि क्या मान सरकार इस मामले में कोई एक्शन लेती है या नहीं।
10 लाख रुपए तक की हो रही मांग
चर्चा है कि कारोबारियों से काम चलाने की एवज में एक्सियन लेवल के अधिकारियों द्वारा 10 लाख रुपए तक की मांग की जा रही है। पैसे न देने पर थ्रेट किया जा रहा है। यहीं नहीं फैक्ट्री मालिकों को सीधा ही पहले थ्रेट दी जाती है। अगर पेमेंट मिल गई तो ठीक है, नहीं तो फिर उन्हें किसी न किसी सरकारी झमेले में फंसाने का प्रयास किया जाता है। जिसके चलते डर के कारण फैक्ट्री मालिक पेमेंट दे रहे हैं।
डाइंग मामले में भी पीपीसीबी की अहम भूमिका
वहीं बता दें कि डाइंग इंडस्ट्री का मामला एनजीटी में विचाराधीन है। जिसका अहम कारण पीपीसीबी के अधिकारी ही है। अधिकारियों द्वारा अपनी भूमिका सही से निभाई नहीं गई। जिसके चलते पूरी डाइंग इंडस्ट्री को इसका खमियाजा भुगतना पड़ रहा है।
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