सोनू टुटेजा
बठिंडा 10 अक्टूबर। पूर्व सांसद एवं पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष श्वेत मलिक ने कहा कि पंजाब के किसानों को बाढ़ से हुए करोड़ों के नुकसान की जिम्मेदार आम आदमी पार्टी की ग़ैर जिम्मेदार और निकम्मी सरकार है। उन्होंने कहा कि मान सरकार ने बाढ़ से पहले की तैयारियाँ और सावधानियाँ नहीं कीं, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मलिक ने कहा कि पंजाब राज्य आपदा प्रबंधन योजना और एस.डी.आर.एफ. के दिशा-निर्देश इस बात पर ज़ोर देते हैं कि बाढ़ से निपटने के लिए पहले से तैयारी, रोकथाम और नुकसान को कम करने पर ध्यान देना आवश्यक था, लेकिन इन सभी मोर्चों पर मान सरकार फेल हुई।
2023 की बाढ़ से भी नहीं सीखा सबक – मलिक
मलिक ने कहा कि जुलाई 2023 में लगातार बारिश के कारण पंजाब के कई ज़िलों में भीषण बाढ़ आई थी, जिससे 1,056 गाँवों के लोग प्रभावित हुए। सरकार ने न तो उस आपदा से सबक लिया और न ही कोई जांच समिति की सिफारिशों को लागू किया।
जल संसाधन मंत्रालय में अस्थिरता और तैयारी की कमी
उन्होंने बताया कि पिछले साढ़े तीन सालों में जल संसाधन मंत्रालय में तीन अलग-अलग मंत्री बदले गए। औसतन हर नए मंत्री को कामकाज समझने में 6-8 महीने लग गए। मुख्यमंत्री ने शुरुआत में ₹100 करोड़ जारी किए थे, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं हुआ।
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