 9 अक्टूबर —
9 अक्टूबर —
ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी भारत में कैंपस खोलेंगी। ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर ने मुंबई में यह ऐलान किया। स्टार्मर और PM मोदी ने गुरुवार सुबह हुई बातचीत में ट्रेड एग्रीमेंट पर साइन किए। इसके बाद PM मोदी ने कहा कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच आयात आसान होगा। इससे कारोबार बढ़ेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। पीएम मोदी ने स्टार्मर के साथ द्विपक्षीय बातचीत में व्यापार, सुरक्षा, तकनीक और शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने ‘विजन 2035’ के तहत भारत-ब्रिटेन के रिश्तों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। इसके बाद मोदी और स्टार्मर जियो वर्ल्ड सेंटर जाएंगे। यहां ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में हिस्सा लेंगे। ये दुनिया का सबसे बड़ा फिनटेक इवेंट है। स्टार्मर के दो दिवसीय भारत दौरे का आज आखिरी दिन है। स्टार्मर ने अपने बयान के दौरान गाजा में शांति समझौता होने का स्वागत किया।
उन्होंने कहा, ‘ यह राहत की बात है। इस समझौते को अब बिना किसी देरी के पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए और इसके साथ ही गाजा को जीवन रक्षक मानवीय सहायता पर लगे सभी प्रतिबंध तुरंत हटाए जाने चाहिए।’ स्टार्मर ने कहा, ‘अच्छी गुणवत्ता वाली उच्च शिक्षा की मांग बहुत ज्यादा है। इसलिए, मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि और ब्रिटिश विश्वविद्यालय भारत में अपने परिसर स्थापित करेंगे, जिससे ब्रिटेन भारत में इंटरनेशनल एजुकेशन पहुंचाएगा। स्टार्मर ने अपने कल के दौरे पर बोलते हुए कहा- कल यशराज स्टूडियो का शानदार दौरा किया। हम ब्रिटेन में बॉलीवुड फिल्में बनाने के लिए एक समझौते की घोषणा कर रहे हैं। भारत की युवा पीढ़ी ही 2047 के उस लक्ष्य को हासिल करने की अगुआई करेगी।
स्टार्मर ने कहा, ‘आज रात जब हम रवाना होंगे, तो मुझे उम्मीद है कि हम बड़े नए निवेश हासिल कर लेंगे, जिससे हमारे दोनों देशों के लिए भविष्य के क्षेत्रों में हजारों कुशल नौकरियां पैदा होंगी’ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, ‘ब्रिटेन और भारत टेक्नोलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में दुनिया में आगे हैं। इसलिए, हमने अपनी तकनीक और सुरक्षा पहल के जरिए अपने सहयोग को गहरा किया है।’
इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), एडवांस कम्युनिकेशन, डिफेंस टेक्नोलॉजी और दूसरे क्षेत्रों में नई प्रतिबद्धता शामिल हैं।
भारत-ब्रिटेन ने इसी साल जुलाई में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर दस्तखत किए थे। इस समझौता का मकसद आपसी व्यापार को 2030 तक दोगुना करके 120 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
FTA से भारतीय प्रोडक्ट्स जैसे- कपड़े, चमड़ा और एग्री प्रोडक्ट को ब्रिटेन में बेचना आसान हो जाएगा। स्टार्मर का दौरा दोनों देशों के वाणिज्यिक संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 
								 
				 
											



