6 अक्टूबर — पंजाब के अमृतसर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी अवर्डा के कर्मचारियों ने कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद भी काम जारी रखा है। शहर का सिस्टम कोलैप्स ना हो, इसके लिए नगर निगम ने कंपनी के कर्मचारियों को काम जारी रखने की छूट दे रखी है। लेकिन कूड़ा उठाने के नाम पर इन कर्मचारियों ने मनमानी कर गुपचुप ढंग से रेट डबल कर दिए हैं। खास बात है कि नगर निगम को इसकी जानकारी नहीं है। घाटे में जाने के कारण अवर्डा ने सितंबर महीने से नगर निगम के साथ अपना कांट्रेक्ट खत्म कर दिया था। अचानक से उठाए गए इस कदम के बाद निगम ने 55 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां व 110 रिक्शा ट्रॉलियों के भरोसे डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू कर दी। लेकिन नतीजा ये निकला कि गलियों व बाजारों में कूड़े के ढेर लगने शुरू हो गए। अंत में अवर्डा के कर्मचारियों ने दोबारा से कूड़ा उठाने का काम शुरू करने की इच्छा जाहिर की। शहर की स्थिति को देखते हुए निगम ने भी इसके लिए हामी भर दी। नगर निगम की 55 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां व 110 रिक्शा ट्रॉलियों के भरोसे भी डोर-टू-डोर कूड़ा इकट्ठा कर रही है। लेकिन, अवर्डा के कर्मचारी 40 गाड़ियां के सहारे भी शहर के अलग-अगल हिस्सों से कूड़ा इकट्ठा कर रही है। तकरीबन 1 लाख घरों से ये कूड़ा इकट्ठा किया जा रहा है। 50 से 200 स्क्वायर मीटर तक 50 की जगह 100 रुपए, 201 से 500 स्कवायर मीटर तक 100 रुपए की जगह 200 और 500 स्कवायर मीटर से ऊपर के घर से 200 रुपए की जगह 300 रुपए वसूले जा रहे हैं। 1 लाख घरों से तकरीबन 100 रुपए वसूल अवर्डा कंपनी के कर्मचारी तकरीबन 1 करोड़ रुपए अभी तक वसूल चुके हैं। हैरानी की बात है कि इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। ये कर्मचारी तीन साल पहले भाग चुकी कंपनी अमृतसर MSW लिमिटेड (इसी कंपनी को अवर्डा ने टेकओवर किया था) की रसीदें देकर ये वसूली कर रहे हैं।
मेयर मोती भाटिया का कहना है कि इन्हें कूड़ा उठाने की छूट दी गई, लेकिन रेट डबल करने के लिए नहीं कहा गया। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कर्मचारी अब डोर-टू-डोर कलैक्शन के नाम पर तकरीबन 50 लाख रुपए तक अधिक वसूली कर चुके हैं। नगर निगम चाहकर भी इसका रिकॉर्ड नहीं ले सकती। घरों से 100 रुपए वसूल रहे मलकीत सिंह ने बताया कि उन्हें उनके सीनियर्स ने 100 रुपए वसूलने को कहा है। पहले हम 50 रुपए लेते थे, अब 100 रुपए लिए जा रहे हैं। वहीं जब सीनियर्स को फोन किया तो उन्होंने नाम नहीं बताया। लेकिन, जानकारी दी कि नगर निगम अधिकारियों को पता है। हम डीजल का खर्च व अपना वेतन ले रहे हैं। मेयर मोती भाटिया का कहना है कि नई कंपनी के साथ कांट्रेक्ट हो चुका है। जल्द ही नई कंपनी थ्री आर कंपनी डोर-टू-डोर कूड़ा उठाना शुरू कर देगी। भागी अवर्डा कंपनी के कर्मचारियों ने नगर निगम से रिक्वेस्ट की थी कि वे कूड़ा इकट्ठा करते रहेंगे, जब तक नई कंपनी नहीं आती। वे सिर्फ डीजल और अपने वेतन ही लेंगे। नगर निगम को वे कुछ नहीं दे रहे। लेकिन, रेट डबल कर वसूलने की जानकारी उन्हें नहीं है। नगर निगम कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल ने कहा कि अगर वसूली कर रहे हैं तो कार्रवाई होगी। पर्ची भेजिए, वे इसकी जांच करवाएंगे। अधिक वसूली करना ठीक नहीं है।