मुख्यमंत्री ने श्री आनंदपुर साहिब में बनने वाले हेरिटेज वॉकवे की आधारशिला रखी तख्त श्री केशगढ़ साहिब तक जाने वाले मार्ग पर 25 करोड़ रुपये की लागत से 580 मीटर लंबा पैदल मार्ग बनाया जाएगा सभी तख्तों को रेल मार्ग से जोड़ने का मुद्दा भारत सरकार के समक्ष जोरदार तरीके से उठाया जाएगा

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श्री आनंदपुर साहिब, 5 अक्टूबर

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को पवित्र शहर श्री आनंदपुर साहिब में 18 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले हेरिटेज वॉकवे की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि वाहेगुरु जी ने उन्हें इस महान सेवा का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि पवित्र नगरी श्री आनंदपुर साहिब ने इतिहास रच दिया है क्योंकि इस धरती ने न केवल पंजाब और सिख समुदाय के इतिहास को बदल दिया है, बल्कि भारत के इतिहास को भी एक नया मोड़ दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी ऐतिहासिक धरती पर दसवें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1699 में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी पंजाबी इस पवित्र स्थल से आध्यात्मिक और शारीरिक शक्ति प्राप्त करते हैं और अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न के विरुद्ध लड़ने की प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी, जिन्हें ‘हिंद की चादर’ भी कहा जाता है, के 350वें शहीदी दिवस को मना रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस पवित्र भूमि का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके चलते तख्त श्री केसगढ़ साहिब जाने वाले मार्ग को सफेद संगमरमर से हेरिटेज वॉकवे के रूप में विकसित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना 25 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जाएगी और 31 मार्च, 2026 तक पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पहल श्री आनंदपुर साहिब को पर्यटन, विशेष रूप से धार्मिक पर्यटन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि तीर्थयात्रियों और आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रवेश द्वार पर एक बड़ा और आकर्षक मुख्य द्वार बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में वर्णित छायादार वृक्षों को सफेद संगमरमर के फुटपाथ के साथ लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 580 मीटर लंबे पैदल मार्ग को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया जाएगा, एक पवित्र सरोवर के सामने से गुज़रेगा और दूसरा तख्त साहिब तक जाने वाली सीढ़ियों के रूप में श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पैदल मार्ग के दोनों ओर शानदार चित्रकारी और कलात्मक तकनीकों के माध्यम से खालसा पंथ के जन्मस्थान श्री आनंदपुर साहिब के इतिहास को खूबसूरती से दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्य द्वार के अलावा, सरोवर और पार्किंग क्षेत्रों की ओर जाने वाले मार्गों पर अतिरिक्त द्वार बनाए जाएंगे ताकि डिज़ाइन में स्थापत्य की एकरूपता बनी रहे।

इस बीच, पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी पाँचों तख्तों को रेल मार्ग से जोड़ने का मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष ज़ोरदार ढंग से उठाएगी। उन्होंने कहा कि एक ओर लोगों की सुविधा के लिए और दूसरी ओर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह समय की माँग है। भगवंत सिंह मान ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार श्री आनंदपुर साहिब-माता नैना देवी रोपवे पर जल्द ही काम शुरू करने के लिए ज़रूरी कदम उठाएगी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और तरुणप्रीत सिंह सोंध, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के सलाहकार दीपक बाली और अन्य भी उपस्थित थे।