जीरकपुर,,
हाल ही में हुई लगातार बारिश ने गाजीपुर कॉजवे की हालत खराब कर दी है। कॉजवे के नीचे लगी पाइप जगह-जगह धंसने लगी है, जिससे पूरी संरचना पर खतरा मंडराने लगा है। नगर परिषद जीरकपुर ने इसे बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए असुरक्षित घोषित करते हुए ड्रेनेज विभाग को मरम्मत करने का लेटर भेजा है। मगर ड्रेनेज विभाग ने जवाब दिया है कि यह जिम्मेदारी नगर परिषद की है, क्योंकि कॉजवे का निर्माण उसी ने करवाया था।
इस खींचतान का नतीजा यह है कि मरम्मत का काम ठप पड़ा है और कॉजवे रोज़ाना अपनी मजबूती खो रहा है। गाजीपुर से जीरकपुर को जोड़ने वाला यह कॉजवे बेहद अहम मार्ग है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रोज़ाना यहां से भारी वाहन गुजरते हैं और किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
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स्थानीय परेशानी बढ़ी
कॉजवे धंसने की वजह से अब भारी वाहनों के लिए सबसे बड़ा संकट खड़ा हो गया है। गाजीपुर से जीरकपुर आने-जाने का दूसरा विकल्प केवल रेलवे अंडरपास है, लेकिन वहां से बड़े वाहन निकल ही नहीं सकते। ऐसे में स्थानीय ट्रांसपोर्टरों, दुकानदारों और रोज़ाना सफ़र करने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है।
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विभागों का ठीकरा एक-दूसरे पर
मरम्मत को लेकर नगर परिषद और ड्रेनेज विभाग आमने-सामने हैं। नगर परिषद का कहना है कि ड्रेनेज विभाग से एनओसी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। जबकि ड्रेनेज विभाग का दावा है कि यह पूरी तरह नगर परिषद का काम है और उन्होंने इस बाबत लिखित जवाब भी भेज दिया है।
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“विभाग मरम्मत कराने के लिए तैयार है। ड्रेनेज विभाग हमें एनओसी भेज दे, हम एस्टीमेट बनाकर कॉजवे की मरम्मत का काम शुरू कर देंगे, हमें कोई दिक्कत नहीं है।”
— एमई चरणपाल सिंह, नगर परिषद जीरकपुर
“कॉजवे का निर्माण नगर परिषद ने करवाया था और इसकी मेंटेनेंस भी नगर परिषद का ही दायित्व है। यह कॉजवे हमने नहीं बल्कि नगर परिषद जीरकपुर ने बनाया है। हमारे पास लेटर आई थी, जिसका हमने जवाब बनाकर भेज दिया है।”— जेई चेतन, ड्रेनेज विभाग बॉक्स
स्थानीय निवासियों की राय
गाजीपुर निवासी रमेश कुमार कहते हैं, “कॉजवे पर रोज़ाना ट्रक और ट्रॉली गुजरते हैं। पाइप धंसने से सड़क पर दरारें साफ़ दिख रही हैं। अगर समय रहते मरम्मत नहीं हुई तो यह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।”
व्यापारी संदीप शर्मा का कहना है, “रेलवे अंडरपास से बड़े वाहन नहीं निकलते। अगर कॉजवे बंद हो गया तो जीरकपुर और गाजीपुर का सीधा संपर्क टूट जाएगा। इससे व्यापार और लोगों की रोज़मर्रा की आवाजाही दोनों प्रभावित होंगी।”बॉक्स
गाजीपुर कॉजवे की मरम्मत को लेकर नगर परिषद और ड्रेनेज विभाग के बीच जिम्मेदारी टालने का खेल आम जनता पर भारी पड़ रहा है। लोग रोज़ डर के साये में सफर करने को मजबूर हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि तत्काल कार्यवाही नहीं की गई तो यह कॉजवे किसी भी समय धंस सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है।