जीरकपुर,,
जीरकपुर बस स्टैंड के नजदीक 28 सितंबर देर रात दो गुटों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला खूनी झड़प में बदल गया। विवाद के दौरान गोलियां चलीं, तलवारें और डंडे चले, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें चंडीगढ़ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ विवाद?
दीपक कुमार निवासी ननहेड़ा (हरियाणा), जो एएस कॉलोनी जीरकपुर में किराए पर रहकर बस स्टैंड पर पार्किंग का ठेका और चाय की रेहड़ी चलाता है, ने पुलिस को बताया कि रात करीब 12 बजे दो युवक उसकी रेहड़ी पर आए। उनमें से एक की पहचान शिवम तिवाड़ी के रूप में हुई। दोनों ने गाली-गलौज करते हुए झगड़ा किया, लेकिन थोड़ी देर बाद वहां से चले गए।
करीब ढाई घंटे बाद यानी रात 2:45 बजे, वही युवक दोबारा लौटे और अपने साथियों को बुला लिया। थोड़ी ही देर में दो मोटरसाइकिलों पर 3-4 युवक पहुंचे। इनमें से एक के हाथ में देसी कट्टा था, जिसने आते ही 2-3 फायर कर दिए। गोली लगने से एक युवक सड़क पर गिर पड़ा। बाकी हमलावर तलवारों, रॉड और डंडों से लैस होकर आपस में भिड़ गए।
घायलों की पहचान
गुरविंदर सिंह पुत्र दिलबाग सिंह निवासी नगला, थाना जीरकपुर (गोली लगने से घायल)
मुकेश पुत्र गौरव यादव निवासी विष्णुपुरा (गंभीर घायल)
दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। एएसआई सुलखण सिंह ने बताया कि घायलों के बयान दर्ज करने का प्रयास किया गया, लेकिन डॉक्टर ने एक घायल को बयान देने के लिए अयोग्य घोषित किया, जबकि दूसरे ने सिर दर्द की वजह से बयान देने से इनकार कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में 8 से 10 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109, 115(2), 118(1), 190 और 25 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।