साल 1980 के 100 रुपये की आज क्या कीमत है ? माहिर कर रहे चर्चा
किसी भी मुद्रा की कीमत उस मुद्रा में जारी सबसे बड़े मूल्य के सिक्के से तय होती है। गत दिवस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह के अवसर पर एक विशेष डाक टिकट और एक स्मारक सिक्का जारी किया।
इस सिक्के में भारतीय मुद्रा पर पहली बार भारत माता की तस्वीर है। सवाल यह है कि इस सिक्के की कीमत क्या है। अगर पाउंड पैसे बन जाएं, डॉलर सेंट बन जाए या रुपया पैसे बन जाए तो उसकी कीमत कितनी होगी ? और जवाब यह है कि महंगाई के इस दौर में 100 रुपये की कीमत पहले के कुछ पैसों से भी कम है। यहां गौरतलब है कि 100 रुपये के सिक्के के एक तरफ राष्ट्रीय प्रतीक है। जबकि दूसरी तरफ वरदा मुद्रा में भारत माता की एक भव्य तस्वीर है। उनके साथ एक शेर है। स्वयंसेवक भक्ति और समर्पण के साथ उनके सामने नतमस्तक हैं।
इसी सिक्के पर आरएसएस का नारा है कि राष्ट्रीय स्वाहा, इदं राष्ट्राया, इदं न मम भी है। जिसका मतलब है कि सब कुछ राष्ट्र के लिए है, सब कुछ राष्ट्र का है, मेरा कुछ नहीं। पीएम मोदी ने दिल्ली में लॉन्च कार्यक्रम में कहा, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार भारतीय मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर है, जो गर्व और ऐतिहासिक महत्व का क्षण है। सिक्के के साथ जारी डाक टिकट में 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में आरएसएस कार्यकर्ताओं की भागीदारी को दिखाया गया है, जो संगठन के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करता है। पीएम मोदी ने इसे भारत माता और आरएसएस की एक सदी लंबी सेवा और समर्पण की यात्रा को सच्ची श्रद्धांजलि बताया।
अब आइए जानें कि आज के 100 रुपये की 1980 में क्या कीमत थी ? आर्थिक 1980 के 100 रुपये की आज की कीमत 2,474 रुपये है। दूसरे शब्दों में, आज के 100 रुपये की कीमत 1980 में लगभग 4 रुपये के बराबर होती। यह गणना दूध, रोटी, दाल, सोना और 1980 में सिनेमा टिकट जैसी विलासिता की वस्तुओं की कीमतों के आधार पर की गई है। शिमला, मसूरी, दार्जिलिंग जैसे छोटे शहरों में 1980 के दशक में 2,400 रुपये में जमीन का एक छोटा-सा प्लॉट भी खरीदा जा सकता था।
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