30 सितम्बर- एशिया कप में भारत की जीत से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल उत्साहित हैं। उनका कहना है कि भारतीय टीम ने पाकिस्तानी अधिकारियों के हाथों से ट्रॉफी न लेकर पहलगाम हमले में मारे गए शहीदों का मान बढ़ाया है। खिलाड़ियों ने क्रिकेट खेल भावना से खेला, साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों से ट्रॉफी न लेकर देशभक्ति भी दिखाई है। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की पीड़ा गोली का शिकार हुए हर व्यक्ति के परिवार के दिल में है। जब भारतीय टीम ने ट्रॉफी लेने से इन्कार किया और शहीदों को यह जीत समर्पित की तो दिल को सुकून मिला। हमारा खेल से कोई विरोध नहीं है। आतंकवाद और इसे पोषण देने वाले देश के विरोधी हैं। कप्तान सूर्यकुमार यादव और पूरी भारतीय टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रही, बल्कि एक राष्ट्रीय संदेश बन गई। राजेश नरवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल जंग के मैदान में बल्कि खेल के मैदान में चला है। यहां भी भारत ही जीता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर इससे जुड़ी टिप्पणी की है, यह हर भारतीय के दिल की आवाज है। पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ है। आतंकी हमले के बाद से हमें भरोसा था कि सरकार बड़ा कदम जरूर उठाएगी। उसका असर अभी तक दिखाई दे रहा है।
