29 सितम्बर- सेना ने ड्रोन तकनीक में अंबाला के नारायणगढ़ स्थित फायरिंग रेंज में अपनी क्षमता दिखाई। इस दौरान काल्पनिक लक्ष्यों पर आत्मघाती ड्रोनों से हमला किया गया। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार ड्रोन तकनीक में अपनी क्षमता दिखाई। अंबाला के नारायणगढ़ स्थित फायरिंग रेंज में सेना ने ड्रोन अभ्यास के माध्यम से अपने मानव रहित विमानों की ताकत दिखाई। इस दौरान काल्पनिक लक्ष्यों पर आत्मघाती ड्रोनों से हमला किया गया। इसके बाद सर्विलांस ड्रोनों ने अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान सेना ने साफ संदेश दिया की युद्ध की स्थिती में ड्रोन का अत्यधिक प्रयोग होगा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश के चुनिंदा सैन्य व वायु सेना के ठिकानों में से अंबाला अलर्ट पर था। यहां पर सेना, वायु सेना व प्रशासन मिलकर मॉक ड्रिल का अभ्यास कर रहे थे। वायु सेना भी अपने आधुनिक उपकरणों से नजर बनाए हुए थी इसलिए यह अभ्यास अंबाला में किया गया। वहीं, यह कार्यक्रम सामान्य लोगों के लिए नहीं था।
