उद्योग जगत और समाजसेवा के क्षेत्र में नायाब स्व. रमेश कौड़ा की प्रार्थना सभा समाज के लिए प्रेरणा : चेतली

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कारोबार के साथ देश-दुनिया में नाम कमाने वाले कौड़ा ने संयुक्त परिवार के साथ रायकोट से लुधियाना तक बनाई खास पहचान

लुधियाना, 26 सितंबर। दुनियाभर में चुनिंदा मिसाल हैं कि कारोबारी घराने लंबे वक्त तक संयुक्त परिवार की तरह रहे हों। ऐसी ही नायाब मिसाल थे, पंजाब के ऐतिहासिक शहर रायकोट में 1943 में पैदा हुए नामचीन उद्यमी रमेश कौड़ा। इसी साल 19 सितंबर को करीब 82 साल की उम्र में वह दुनिया को अलविदा कह गए।

रविवार 28 सितंबर को लुधियाना के हंबड़ा रोड स्थित निर्वाणा क्लब में उनकी भोग और रस्म पगड़ी रखी गई। इस मौके पर उनके पुश्तैनी शहर रायकोट, इंडस्ट्रियल सिटी लुधियाना के अलावा आसाम समेत देश के कई हिस्सों के अलावा कनाडा और अमेरिका से भी उनके चाहने वाले पहुंचे। इस मौके पर रायकोट से ही ताल्लुक रखने वाले लुधियाना के नामचीन कारोबारी, समाजसेवी व राजनेता कमल चेतली ने बहुत भावुक होकर उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि यह स्व.रमेश कौड़ा की प्रार्थना सभा नहीं, बल्कि एक प्रेरणा सभा है।

चेतली ने कहा कि उनके परिवार का स्व. कौड़ा से बेहद जज्बाती रिश्ता था। उन्होंने रायकोट में अपने पिता का होलसेल करियाना का कारोबारा संभाला। साथ ही समाजसेवा में रुचि के चलते उन्होंने आढ़त भी शुरु की। साथ ही करियाना एसोसिएशन के अलावा तमाम प्रतिष्ठिति समाजसेवी संस्थाओं से जुड़कर एक खास पहचान बनाई। उनकी सोच के साथ जज्बा यही था कि सिर्फ दौलत कमाना मकसद नहीं है, समाजसेवा आपको मरने के बाद भी खास पहचान के साथ हमेशा ‘जिंदा’ रखेगी। इतना ही नहीं, रमेश कौड़ा समेत पांच भाइयों का परिवार आज भी संयुक्त परिवार होने के नाते समाज के लिए आदर्श मिसाल है। उन्होंने रायकोट से लुधियाना शिफ्ट करने के बाद कारोबारी बुलंदियां हासिल करने के साथ पूरे परिवार को एक सूत्र में बांधकर रखा। अपने पिता की इसी अनमोल विरासत को उनके बेटे मिंटू कौड़ा (मुकेश) ने बाखूबी आगे बढ़ाते हुए एक मिसाल कायम की। उन्होंने 1991-92 के दौरान कोल बिजनेस शुरु किया।

शोकसभा में मिंटू कौड़ा की धर्मपत्नी शालू कौड़ा, पौत्र और पौत्रियां निश्चय, दिशा और सृष्टि, बेटी अंजू और उनके पति संजय खन्ना, पौत्री और उनके पति सुरभि व ओम जोशी, पौत्र व उनकी पत्नी राघव व अनु के अलावा पौत्र तक्ष की विशेष उपस्थिति रही। दूसरी ओर, पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, पूर्व संसदीय सचिव सुरिंदर डावर के अलावा स्वामी गंगा गिरी गर्ल्स कॉलेज रायकोट के मैनेजमेंट व स्टाफ, गऊधाम रायकोट, नॉन गवर्मेंट एडेड कालेज मैनेजमेंट फैडरेशन आफ पंजाब एंड चंडीगढ़, रोटरी क्लब लुधियाना, गुडविल पार्क बीआरएस नगर लुधियाना, आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब, लक्ष्मी नारायण मंदिर बीआरएस नगर लुधियाना के प्रतिनिधि भी स्व.कौड़ा को श्रद्धांजलि देने आए। इनके अलावा मंधीर कौर कादियां तलवंडी राय, खत्री महासभा लुधियाना, सच्चा वैदिक आश्रम ऋषिकेश, एसएस जैन सभा रायकोट, नंगली बेला आश्रम हरिद्वार, कनाडा से नामी कारोबारी सुरिंदर मोहन किरपाल, हैडमास्टर्स प्राइवेट लिमिटेड से करनबीर सिद्धू, भाग्य होम्स साउथ सिटी भगवंत पंधेर, बराड़ ग्रुप हांगकांड से जगतार सिंह टोनी बराड़, ऑस्ट्रेलिया से सन्नी सेखों, यादविंदर सिंह गिल, जेडीबी ग्रुप से शिवा जायसवाल व रौनक जायसवाल, किरन निटवेयर से मनीश भंडारी, फार्मर लर्निंग स्टूडियो रायकोट, मेघालय से मुकेश जैन व मुनीश जैन, गोपाल स्वीट्स से मनिंदर सिंह, मुंबई से नवीन जैन और रायकोट के नामी कारोबारी प्रेम नाथ गोयल, सुमीर गोयल और प्रणव गोयल समेत असंख्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्व.कौड़ा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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