28 सितम्बर-
श्री बावा लाल दयाल ट्रस्ट द्वारा लाल द्वारा सत्संग भवन एवं धर्मशाला गुरु नानक कॉलोनी में प्रधान दर्शन लाल भाटिया की प्रधानी में अश्विन के नवरात्रों के पावन अवसर पर मंदिर पुजारी पंडित बद्री प्रसाद ने ट्रस्ट के मुख्य पदाधिकारी सुरिंदर कवात्रा व श्रीमति किरण क्वात्रा परिवार द्धारा श्री गणेश पूजन, नव ग्रह पूजन, कलश पूजन करने उपरान्त माता पूजन कर आरती अरदास करवाई । क्वात्रा परिवार द्वारा दुर्गा माता की पूजा अर्चना उपरांत चुनढी उढ़ाई गई । पंडित बद्री प्रसाद द्वारा माता के सातवें नवरात्रे पर देवी कालरात्रि मां दुर्गा का सप्तम रूप की कथा सुनते हुए बताया कि माता अत्यंत दयालु-कृपालु हैं । यह देवी सर्वत्र विजय दिलाने वाली, मन एवं मस्तिष्क के समस्त विकारों को दूर करने वाली है । यह मां दुर्गा की सातवीं शक्ति तथा मां कालरात्रि के नाम से जानी जाती है अर्थात जिनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है । नाम से ही जाहिर है कि इनका रूप भयानक है । सिर के बाल बिखरे हुए हैं और गले में विद्युत की तरह चमकने वाली माला है । अंधकारमय स्थितियों का विनाश करने वाली शक्ति हैं कालरात्रि । ये ग्रह बाधाओं को भी दूर करती हैं और अग्नि, जल, जंतु, शत्रु और रात्रि भय दूर हो जाते हैं । इनकी कृपा से भक्त हर तरह के भय से मुक्त हो जाता है । काल से भी रक्षा करने वाली यह शक्ति है । इस अवसर पर सत्संग चेयरमैन ऊषा क्वात्रा, विजय क्वात्रा, संजीव क्वात्रा, ज्योति क्वात्रा, नरिंदर भाटिया, विजय भारती, प्रदीप भारती, रामजी दास बत्रा, अमित क्वात्रा, शैंकी रोहित शर्मा शामिल हुए ।
फोटो कैप्शन : देवी कालरात्रि की पूजा अर्चना करते सुरिंदर क्वात्रा, संजीव क्वात्रा, विजय क्वात्रा और ऊषा क्वात्रा इत्यादि ।