ज़ीरकपुर के सैनी विहार फेज़-2 में सामुदायिक केंद्र बचाने की मांग, कॉलोनीवासियों में नाराजगी

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ज़ीरकपुर,, 26 सितम्बर—

नगर परिषद ज़ीरकपुर के अंतर्गत बलटाना क्षेत्र की सैनी विहार फेज़-2 कॉलोनी में स्थित सामुदायिक केंद्र के कमरे को तोड़कर सेवा केंद्र बनाने की योजना के खिलाफ कॉलोनीवासियों ने विरोध जताया है। कॉलोनीवासियों का कहना है कि यह सामुदायिक केंद्र केवल उनके छोटे-मोटे कार्यक्रमों और सामाजिक गतिविधियों के लिए बनाया गया था और इसे सेवा केंद्र में बदलने से उन्हें गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।

सैनी विहार फेज़-2 के अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद प्रवीण शर्मा, वार्ड पार्षद आरती शर्मा, विकास वर्मा, प्रेम सिंह, कौशल्या मित्तल और रेखा शर्मा ने बताया कि यह सामुदायिक केंद्र वर्ष 2004 में लगभग 400 गज भूमि पर स्थापित किया गया था। प्रवीण शर्मा ने कहा, “यह कम्युनिटी सेंटर कॉलोनीवासियों के सुख-दुख के कार्यक्रमों के लिए बेहद उपयोगी है। यहां पर छोटे बजट में कार्यक्रम आयोजित करना संभव है। यदि इसे सेवा केंद्र में बदल दिया गया तो आने-जाने वाले लोगों के वाहन गली में खड़े होंगे, जिससे पार्किंग की समस्या और भी गंभीर हो जाएगी।”

कॉलोनीवासियों का कहना है कि इलाके में पहले से ही गलियां संकरी हैं, और सेवा केंद्र बनने से स्थानीय निवासियों को असुविधा होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि आसपास कई सरकारी खाली जगह मौजूद हैं, जहां सेवा केंद्र स्थापित किया जा सकता है। प्रवीण शर्मा ने बताया, “यह जगह नगर परिषद की नहीं है। इसे कॉलोनाइजर ने कॉलोनीवासियों की सुविधा के लिए छोड़ा था। दो दशक पहले कॉलोनीवासियों की सहमति से यहां कम्युनिटी सेंटर की स्थापना की गई थी ताकि महंगे होटलों या रेस्टोरेंट पर पैसे खर्च न करने पड़ें। यह कॉलोनीवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।”

इस मामले में नगर परिषद और निर्माण विभाग के अधिकारी भी सक्रिय हैं। पीडब्ल्यूडी के जेई गुलाब सिंह ने कहा, “यहाँ सेवा केंद्र के लिए एक कमरा तैयार करने के लिए डीसी कार्यालय ने नगर परिषद ज़ीरकपुर से एनओसी ली है और यह काम डीसी मोहाली के आदेश पर किया जा रहा है। इसका निर्माण 23 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है और इसे दो महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।”कॉलोनीवासियों की मांग है कि सामुदायिक केंद्र में कोई भी सेवा केंद्र न बनाया जाए और पास में ही किसी अन्य सरकारी जगह पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि स्थानीय कार्यक्रम प्रभावित न हों।

कोट्स

मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है, फिर भी मैं जाँच करूँगा कि एनओसी किस आधार पर जारी की गई है।

चरणपाल सिंह, एमई नगर परिषद ज़ीरकपुर।

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