लुधियाना कोठी हादसे में दादी-पोते की मौत की कहानी:व्हीलचेयर पर थी बुजुर्ग

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

25 सितम्बर— पंजाब के लुधियाना में 3 मंजिला कोठी के ग्राउंड फ्लोर पर बने ऊन के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। इस दौरान जैसे ही चिंगारी ऊन पर गिरी तो एकदम से आग पूरे ग्राउंड फ्लोर में फैल गई। ऊन जलने के कारण धुआं घर में फैल गया। घर के 4 सदस्यों ने आस-पड़ोस की छतों से कूद कर जान बचाई। पूरा परिवार जब बाहर आ गया तो उन्हें पता चला कि पैरालाइज दादी सुधा रानी (77) और पोता गर्व चोपड़ा (17) घर के अंदर ही रह गए। धुआं इतना ज्यादा था कि उन दोनों को ढूंढने में करीब 1 घंटे से ज्यादा का समय लग गया। दादी-पोते को पहले मंजिल से शीशा तोड़ कर लोगों ने बाहर निकाला। जिस समय उन्हें बाहर निकाला तो उनकी सांसें चल रही थीं। लेकिन जैसे ही उन्हें डीएमसी अस्पताल लेकर जाने लगे तो रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। गर्व का 30 अक्टूबर 18वां जन्मदिन था। पार्षद रुचि गुलाटी के मुताबिक गर्व 12वीं पास करने के बाद एनिमेशन का कोर्स कर रहा था। वह एनिमेशन डिजाइनर बनना चाहता था। वह लुधिआना के भारत नगर चौक के पास गली में रहने वाले सगे भाई राजन चोपड़ा और रजत चोपड़ा ने हाल ही में नई कोठी बनाई थी। कोठी के ग्राउंड फ्लोर पर ऊन (हौजरी) का गोदाम था। पहली मंजिल पर रजत अपनी पत्नी ममता, बेटों तमिश व सक्षम और मां सुधा के साथ रहते थे। दूसरी मंजिल पर राजन पत्नी रितु और बेटे गर्व के साथ रहते थे। बुधवार सुबह करीब 9:15 बजे घर के सबसे बुजुर्ग विनोद चोपड़ा ग्राउंड फ्लोर पर सोफे पर बैठे थे। उन्हें सुनने में परेशानी होती है। तभी एक दूध वाला आया और बोला- आपके घर से धुआं निकल रहा है। लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ देर बाद एक सब्जी वाला आया और पड़ोसियों को बताया कि घर में आग लगी है। पड़ोसियों ने शोर मचाया, तब जाकर परिवार को आग लगने का पता चला। आग लगने का पता चलते ही राजन, रजत, रितु, ममता, तमिश और सक्षम आस-पड़ोस की छतों से घर के बाहर आ गए।
आग लगने के कारणों की जांच की जा रही: DC
लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने कहा कि मुझे पता चला है कि भारत नगर चौक पर एक घर में आग लग गई, जिस कारण 2 लोगों की मौत हो गई। मेरी निगम कमिश्नर के साथ भी बातचीत हुई है कि किन कारणों से आग लगी है, इसका पता किया जा रहा है। फिलहाल परिवार को अभी संभाला जा रहा है। परिवार के साथ प्रशासन की संवेदना है।

Leave a Comment