चंडीगढ़, 24 सितंबर — हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष में सुशासन, पारदर्शिता तथा लोक कल्याणकारी नीतियों को धरातल पर उतारते हुए एक नई कार्य संस्कृति का सूत्रपात किया। उन्होंने “कथनी और करनी एकै सार” के सिद्धांत पर चलते हुए जो वायदे किए थे, उन्हें समयबद्ध रूप से पूरा कर एक सशक्त नेतृत्व का परिचय दिया है।
मुख्यमंत्री के रूप में वित्त मंत्री की जिम्मेदारी निभाते हुए श्री सैनी ने मार्च माह में हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में 2,05,017 करोड़ रुपये का अपना पहला बजट प्रस्तुत किया था। संकल्प पत्र के एक और संकल्प को क्रियान्वित किया। बजट में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण योजना ‘ दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की घोषणा करते हुए इसके लिए उन्होंने 5000 करोड़ रुपये के बजट का भी प्रावधान किया ।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने केवल 192 दिनों में इस योजना को मूर्त रूप देते हुए यह सिद्ध कर दिया कि उनकी सरकार नीति, नीयत और निष्पादन के त्रिस्तरीय आधार पर कार्य कर रही है। इस योजना को भारत के महान विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर, 2025 के अवसर पर ‘दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ के रूप में शुरू किया जाएगा और इस दिन मुख्यमंत्री पंचकूला से एक मोबाइल ऐप को लांच करेंगे, जिस पर पात्र महिलाओं को पंजीकरण करना होगा।
इस योजना के अंतर्गत प्रदेश की 23 से 60 वर्ष आयु वर्ग की लगभग 22 लाख महिलाओं को, जिनके परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये तक है, को 2100 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
इस दिन प्रदेश के सभी 22 जिलों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें हरियाणा सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इस योजना का दायरा आगामी चरणों में और अधिक व्यापक किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक पात्र महिलाएं इससे लाभान्वित हो सकें। पंचकूला में आयोजित होने वाले इस समारोह में महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए ‘स्वस्थ महिला – सशक्त परिवार’ अभियान के तहत निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों का भी आयोजन प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का यह कदम राज्य में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।