पंजाब भाजपा ने ढूंढा आपदा में अवसर ! बाढ़ पीड़ितों भेजी जा रही राशन की थैलियों पर मोदी की तस्वीर लगाई

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चर्चाएं, पंजाब समेत अन्य राज्यों में भेजी जा रही राहत सामग्री, इससे पार्टी को जनता के बीच बीजेपी का प्रभाव बढ़ाने की उम्मीद

चंडीगढ़, 21 सितंबर। पंजाब के जालंधर शहर में गुजरात और पड़ोसी दिल्ली व हरियाणा जैसे राज्यों से बाढ़ पीड़ितों की मदद को राहत सामग्री भेजी गई। राहत सामग्री से भरी 22 रेलगाड़ियां चार गोदामों में उतारी गईं। जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाले बोरों में पैक करके पंजाब के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए रवाना किया गया। ऐसा जानकार सूत्रों का कहना है।

जानकारी के मुताबिक इन बोरों में चावल, गेहूं का आटा, दालें, खाना पकाने का तेल, मसाले हैं। साथ ही एक नारा भी लिखा है कि भाजपा पंजाब दे नाल। आक्रामक, योजनाबद्ध और समन्वित तरीके से चल रहे इस विशाल बाढ़ राहत अभियान का संदेश स्पष्ट है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा इस संकट की घड़ी में लोगों के साथ खड़े हैं। सेवा पखवाड़ा के माध्यम से, जो एक सप्ताह पहले शुरू हुआ है और जिसके कुछ और महीनों तक जारी रहने की उम्मीद है। भाजपा कार्यकर्ताओं के अनुसार, जैसे ही बाढ़ का पानी कम होगा और लोग घर लौटेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि उनकी ज़िंदगी उलट-पुलट हो गई है। उन्हें खाने के सेट से लेकर फ्राइंग पैन, खाना पकाने के बर्तन, कैसरोल और प्रेशर कुकर, चारपाई, चादरें, कंबल, तौलिए, सभी साइज़ के कपड़े, जूते, राशन, दवाइयाँ, तिरपाल और मच्छरदानी, घर को फिर से बसाने के लिए जो भी ज़रूरी है, सब कुछ मिलेगा।

पंजाब भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा, इन राज्यों से भाजपा इकाइयों द्वारा भेजी जा रही सभी राहत सामग्री अच्छी गुणवत्ता की है। हमने 80 मज़दूरों को तैनात किया है, जो वितरण के लिए सामग्री की किट तैयार करने के लिए दो शिफ्टों में काम करते हैं। गौरतलब है कि भाजपा अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है, जबकि कुछ अन्य दल अपने राहत कार्यों को धीमा कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी यह संदेश देना चाहती थी कि वह इस समय कृषक समुदाय के साथ खड़ी है। जब उन्हें मदद की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है। भले ही यह वही कृषक समुदाय था, जिसने 2020 में भाजपा को अपने तीन कृषि क़ानून वापस लेने पर मजबूर किया था। साथ ही पिछले साल लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को अपने गांवों में प्रचार करने की अनुमति नहीं दी थी।

बीजेपी का दावा है कि भेजी जा रही हर किट के साथ कार्ड के दो सेट दिए जा रहे हैं। एक कार्ड लाभार्थी को और दूसरा उस जेब में रखे हमारे नोडल वितरण अधिकारी को जाएगा, जहां से आपूर्ति की जा रही है। इस कार्ड में प्रत्येक लाभार्थी का नाम, पता, फ़ोन नंबर और अन्य विवरण दर्ज हैं। सूत्रों के अनुसार, बाढ़ प्रभावित लोगों और उनके पशुओं को रोगमुक्त रखने के लिए बीजेपी विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर स्थापित कर रही है। राजनीतिक रूप से भाजपा ने पंजाब में काफ़ी बढ़त हासिल की है और 2027 के चुनावों में और भी ज़्यादा बढ़त हासिल करना चाहती है। अगर वह इस बार अकाली दल के साथ गठबंधन करती है तो शर्तें पहले जैसी नहीं होंगी।

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