18 सितम्बर – इमिग्रेशन कंपनी के मालिक समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2 पिस्टल और 7 कारतूस मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनीमाजरा पीपलीवाला टाउन निवासी अरविंदर सिंह उर्फ नानू, मोहाली के गांव भाकरपुर निवासी मंटू और इंदिरा कॉलोनी के रहने वाले पवन के रूप में हुई है। डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल दिनेश कुमार पुलिस पार्टी के साथ गश्त पर था। इसी दौरान किशनगढ़ चौक के पास सूचना मिली कि एक युवक पवन निवासी इंदिरा कॉलोनी, मनीमाजरा, देसी कट्टा और जिंदा कारतूस लेकर घूम रहा है। उसकी तलाशी लेने पर उसके लोअर की जेब से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस (8 एमएम केएफ मार्का) बरामद हुआ। जिस पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पवन ने खुलासा किया कि उसने 2 हथियार उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला निवासी अभिषेक नामक व्यक्ति से खरीदे थे। एक हथियार और 4 कारतूस उसने सेक्टर-17 चंडीगढ़ स्थित एक इमिग्रेशन ऑफिस के मालिक को अपने दोस्त नोनू के जरिए बेचे थे, जबकि दूसरा हथियार और एक कारतूस अपने पास रखे थे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पवन के बयान पर कार्रवाई करते हुए 2 और आरोपियों अरविंदर सिंह उर्फ नानू और इमिग्रेशन कंपनी EV-वीजा के मालिक मंटू को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर इंदिरा कॉलोनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास से अरविंदर सिंह उर्फ नानू से 2 कारतूस 8 एमएम और मंटू से कच्चा रास्ता, जीरी मंडी, सेक्टर-39, चंडीगढ़ से एक देसी पिस्तौल, मैगजीन और 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए। रोपी पवन ने जो एक पिस्टल इमिग्रेशन के मालिक मंटू को 1 लाख 20 हजार रुपए में बेची थी और मंटू ने ये पिस्तौल फिलहाल अपना शौक पूरा करने के लिए ली थी। उसे पिस्तौल रखने और अपने दोस्तों को उसे दिखाने का शौक था, लेकिन ये शौक उसे महंगा पड़ गया।
