अमृतसर , 18 सितंबर
धान की कटाई शुरू होने के साथ ही जिला प्रशासन ने किसानों को पराली जलाए बिना अगली फसल की बिजाई करने में मदद के लिए विशेष प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिसके तहत मंडी में धान लेकर आने वाले किसान को फोन पर पराली प्रबंधन के लिए कृषि उपकरण उपलब्ध करवाने की पेशकश की जा रही है। इसके साथ ही जिला प्रशासनिक परिसर में किसान सहायता केंद्र खोला गया है। यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने बताया कि कोई भी किसान इस सहायता केंद्र पर फोन करके पराली प्रबंधन के लिए मदद ले सकता है , जिसका फोन नंबर 0183-2220159 है । उन्होंने बताया कि हमारे अधिकारी भी गांव स्तर पर मौजूद हैं और किसानों को पराली जलाए बिना फसल की बिजाई करने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार पराली प्रबंधन के लिए जिले में हर तरह की मशीनरी उपलब्ध है , इसलिए किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
मुख्य कृषि अधिकारी बलजिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि हम किसानों से संपर्क कर रहे हैं ताकि उन्हें उनकी ज़रूरत के हिसाब से मशीनरी मुहैया कराई जा सके। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने पिछले सालों में पराली नहीं जलाई, उनके खेतों में फसलों की पैदावार लगातार बढ़ रही है। उन्होंने किसानों से अपील भी की कि वे इस बार यह पहल करें और इसके अद्भुत परिणाम देखें।
सहायक कृषि अभियंता मंदीप सिंह ने बताया कि हमारे पास जिले में ही पराली के गट्ठे बनाने के लिए 72 बेलर और पराली एकत्रित करने के लिए 62 रेक हैं। इसके अलावा, खेत में पराली की जुताई या पराली के साथ गेहूं की बिजाई के लिए 4290 इन सीटू मशीनें हैं , जिनमें 2730 सुपर सीडर , 671 जीरो टिल ड्रिल , 5 स्मार्ट सीडर , 119 हैप्पी सीडर , 41 सरफेस सीडर , 124 रिवर्सिबल हैरो , 106 मल्चर , 236 पैडी स्ट्रा चॉपर आदि मशीनें जिले में सब्सिडी पर उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि यह सभी मशीनरी अब पराली प्रबंधन के लिए प्रयोग की जा रही है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री रोहित गुप्ता , अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती परमजीत कौर , जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक श्री अमनजीत सिंह , जिला मंडी अधिकारी श्री अमनदीप सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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किसान सहायता केंद्र को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करतीं उपायुक्त श्रीमती साक्षी साहनी।