चंडीगढ़, 16 सितंबर:
राज्य में पोषण योजनाओं की प्रभावी निगरानी और कार्यान्वयन के उद्देश्य से, पंजाब राज्य खाद्य आयोग
आयोग के मुख्यालय, सेक्टर-26, चंडीगढ़ में श्री बाल मुकंद शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।
एजेंडे में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ द्वारा संचालित मध्याह्न भोजन (पीएम पोषण योजना) के सामाजिक अंकेक्षण पर विस्तृत चर्चा शामिल थी। आयोग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में शुरू की जाने वाली नई अध्ययन परियोजनाओं के प्रस्तावों की भी समीक्षा की।
सामाजिक सुरक्षा विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आंगनवाड़ी केंद्रों को हुए नुकसान की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। इसी प्रकार, सरकारी स्कूलों के मध्याह्न भोजन प्रबंधकों को बाढ़ से प्रभावित स्कूलों की स्थिति पर अद्यतन जानकारी साझा करने के लिए कहा गया।
शिक्षा विभाग से स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभाव का अध्ययन करने का अनुरोध किया गया। इसके अतिरिक्त, आयोग ने कृषि विभाग को पत्र लिखकर बाढ़ प्रभावित गाँवों को प्राथमिकता देने और गेहूँ के बीज, डीएपी, यूरिया और अन्य आवश्यक सामग्री की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्णय लिया।
तेलंगाना राज्य खाद्य आयोग के 19 से 21 अगस्त, 2025 तक किए गए अध्ययन दौरे की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। पंजाब के पोषण एवं निगरानी ढाँचे को मज़बूत करने के लिए तेलंगाना में अपनाई गई कुछ सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के सुझाव भी दिए गए।
बैठक में आयोग के सदस्य श्री विजय दत्त, श्री चेतन प्रकाश धालीवाल, श्री जसवीर सिंह सेखों और सदस्य सचिव श्रीमती कन्नू थिंद ने भाग लिया।