धालीवाल ने ग्राम सभाओं की बैठकों को संबोधित किया
अमृतसर/अजनाला , 14 सितंबर ()- आज अजनाला विधानसभा क्षेत्र में रावी नदी में आई प्राकृतिक आपदा के कारण आई भयानक बाढ़ के अलावा भारी बारिश और सक्की नाले व अन्य बरसाती नालों का पानी सूखने से प्रभावित गांवों चम्यारी , हरार खुर्द , अंब कोटली , जगदेव खुर्द , कोट गुरबख्श , पछिया , मच्छीवाहला और कोटली शाह हबीब आदि गांवों और ग्राम सभाओं द्वारा बुलाई गई बैठकों को संबोधित किया। सत्रों में, सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त सर्वेक्षण और गिरदावरी टीमों को फसलों, घरों , पशुधन , स्कूलों , धर्मशालाओं , पंचायत घरों और अन्य सरकारी बुनियादी ढांचे की इमारतों को हुए नुकसान का ईमानदार और निष्पक्ष समर्थन प्रदान करने और ब्लॉक विकास पंचायत अधिकारियों और अन्य सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति में 5-सदस्यीय समितियों का गठन करके एक मॉनिटर के रूप में भूमिका निभाने के लिए कहा गया। सत्रों को संबोधित करते हुए विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब स. कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आजादी के बाद पंजाब में बनी कांग्रेस और अकाली भाजपा सरकारों में से मुख्यमंत्री पंजाब स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार पहली ऐसी सरकार है , जिसने बाढ़ की प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के दर्द को अपना दर्द समझा है और बाढ़ प्रभावित गांवों में नदियों और नालों की गाद के नीचे दबे घरों और गांवों की सफाई के लिए सरकारी खर्चे पर लोगों के हित में पवित्र कदम उठाए हैं। जबकि आज अकाली, भाजपा और कांग्रेस पार्टियों की पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान 1988, 1993, 1995 सहित बाढ़ से प्रभावित गांवों के लोग, जो बाढ़ से प्रभावित लोगों के दर्द, पीड़ा और पीड़ा के प्रति अपनी उदासीनता के कारण बाढ़ पीड़ितों के शवों पर गंदी राजनीति कर रहे हैं , अपने स्वयं के संसाधनों के साथ गांवों की सफाई, मृत पशुओं को हटाने और खेतों से गाद निकालने के लिए अपनी जेब से पैसे खर्च करके संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री स. मान के नेतृत्व में पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है जिसने फसल के नुकसान के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया है। उन्होंने कहा कि अजनाला विधानसभा क्षेत्र के बेचराग सहित कुल 195 गांवों और राज्य भर के 2300 प्रभावित गांवों की सफाई के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं और पहले चरण में प्रभावित गांवों की पंचायतों के खातों में 1 लाख रुपये जारी किए गए हैं।
बाद में चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री धालीवाल ने बाढ़ पीड़ितों की आड़ में संकीर्ण राजनीति करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाली भाजपा, कांग्रेस , अकाली दल और अन्य विपक्षी पार्टियों की आलोचना करते हुए दूरगामी दृष्टिकोण अपनाया और कहा कि पंजाब के मतदाताओं द्वारा नकारे गए इन विपक्षी राजनीतिक दलों की बजाय, बाढ़ पीड़ितों को मुश्किल समय से बचाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान और उनके नेतृत्व में पूरी सरकार द्वारा निभाई जा रही लोक-हितैषी राजनीति के गुर सीखने की अभी भी जरूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्राकृतिक आपदाओं का परिणाम है और यदि पंजाब में मुख्यमंत्री पंजाब स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार न होती तो बाढ़ पीड़ितों को जान-माल के नुकसान की और भी अधिक कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता , क्योंकि आम आदमी पार्टी की मान सरकार के कार्यकाल से पहले भी पंजाब में बाढ़ के दौरान तत्कालीन सत्ताधारी पारंपरिक पार्टियों के मंत्री, विधायक और अन्य नेता बाढ़ का पानी उतरने के बाद बाढ़ पीड़ितों से मिलने आते थे। इस अवसर पर खुशपाल सिंह धालीवाल , ब्लॉक अजनाला के बीडीपीओ रमदास और हर्ष छीना सितारा सिंह विर्क, पवन कुमार और परगट सिंह के अलावा ओएसडी गुरजंट सिंह सोही , पीए मुख्तार सिंह बलदरवाल आदि ग्राम पंचायतों के पंच, सरपंच और मुहत्तर मौजूद थे।
कैप्शन: ग्राम सभा सत्र के दौरान विधायक एवं पूर्व मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल अन्य लोगों के साथ।