भाषा के प्रति पूर्ण निष्ठा और विश्वास रखना चाहिए : फुरकान खान
भगवान दास गुप्ता
पटियाला,, 13 सितंबर। राष्ट्रीय हिंदी दिवस के उपलक्ष में उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला ने विशेष कार्यक्रम कराया। यहां कालिदास सभागार, विरसा विहार केंद्र में मासिक नाट्य श्रृंखला के कार्यक्रम रखा गया।
जिसमें हिंदी भाषा के के इतिहास पर साहित्य कलश के संपादक सागर सूद संजय ने जानकारी दी। साथ ही कुल्लू , हिमाचल प्रदेश की एक्टिव मोनाल कल्चरल एसोसिएशन के कलाकारों ने प्रसिद्ध रंगमंच निदेशक केहर सिंह ठाकुर की निर्देशना में विश्व प्रसिद्ध मौलियर की रचना पर आधारित हास्य नाटक बिच्छू का शानदार मंचन किया। इस नाट्य रचना के उर्दू अनुवाद का हिमाचली रूपांतरण रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर ने खुद किया।
नाटक के सभी कलाकारों ने बखूबी रोल निभाया। जिनमें केहर सिंह ठाकुर, रेवत राम विक्की, परमानंद पिंकू, जीवानंद चौहान, सूरज, श्यामलाल आंचल, गीतांजलि, सेजल, अन्यया, जिया, पूनम के अलावा वैभव ठाकुर,मीनाक्षी, महेंद्र ठाकुर, ममता, आशा,, प्रेरणा, स्मृतिका,सुमित्रा, देशराज, सुमित व संजू शामिल थे।
इस अवसर पर उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के निदेशक एम. फुरकान खान ने हिंदी भाषा के इतिहास पर अपने एक संदेश में कहा की भाषा भावों की देन है। हमें अपनी भाषा के प्रति पूर्ण निष्ठा और विश्वास रखना चाहिए। हमें हिंदी के साथ अन्य भारतीय भाषाओं का भी अध्ययन करते हुए उन्हें भी समुचित मान सम्मान देना चाहिए।