
आईजी और एसएसपी खुद पहुंचे कैंपस, छात्राओं को सिखाया कब-कहां और कैसे वार करें संकट में
चंडीगढ़,,, 13 सितंबर। ट्राईसिटी स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्राओं को मनचलों का सामना करने की ट्रेनिंग दी गई। इसके लिए चंडीगढ़ पुलिस ने सेल्फ डिफेंस मुहिम चला रखी है।
यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए चंडीगढ़ के आईजीपी पुष्पेंद्र सिंह और एसएसपी कंवरदीप कौर खुद पहुंचे। एसएसपी कमलदीप कौर ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस हमेशा लोगों की सुरक्षा के लिए तैयार रहती है। हालांकि कई बार घटना के वक्त पुलिस मौके पर तुरंत मौजूद नहीं होती। ऐसे हालात में लड़कियां पुलिस को सूचना देने के साथ ही थोड़े समय के लिए शरारती तत्वों का मुकाबला खुद करने के लिए यह ट्रेनिंग दी जा रही है। इस मौके पर एसएसपी ने छात्राओं से बातचीत भी की और उन्हें आत्मरक्षा के लिए जागरूक किया।
इस कार्यक्रम में बताया गया कि पंजाब यूनिवर्सिटी में लड़कियों को सेल्फ-डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे अकेलेपन या संकट की स्थिति में स्वयं अपनी रक्षा कर सकें। विशेष रूप से उन स्थितियों में, जहां आसपास कोई मदद के लिए मौजूद ना हो। छात्राओं को किस तरह प्रतिक्रिया देनी है-कहां मुक्का मारना है, किस अंग पर लात मारनी है और अन्य प्रभावी बचाव-तंत्र इन सब बातों की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जा रही है। पिछले दिनों यूनिवर्सिटी चुनावों के दौरान लड़कियों ने कहा था कि कैंपस में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
छात्रसंघ चुनावों के दौरान निर्वाचित रहे प्रेसिडेंट गौरव वीर सोहन ने कहा था कि छात्राओं की सुरक्षा के लिए कैंपस के कुछ जगहों पर दूरी-आधारित अलार्म सिस्टम लगाने जरुरी हैं। अगर किसी छात्रा के साथ कोई छेड़छाड़ या शोषण की कोशिश हो तो पास के अलार्म के जरिए तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। चाहे वह यूनिवर्सिटी का कोई छात्र हो या पुलिसकर्मी मौके पर आकर उनका बचाव कर पाएं।