पीएम मोदी ने पहली मिजोरम-दिल्ली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई:बोले- 2510 किमी का सफर तय करेगी अब मिजोरम फ्रंटलाइन से जुड़ गया।

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13 सितम्बर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार से 2 दिन के नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं। उन्होंने आज सुबह आईजोल के लेंगपुई एयरपोर्ट से बैराबी-सायरंग रेलवे लाइन समेत 9000 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने तीन ट्रेनों- आईजोल के सायरंग से दिल्ली (आनंद विहार राजधानी एक्सप्रेस), सायरंग से गुवाहाटी और सायरंग से कोलकाता की ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पहली बार मिजोरम की इन तीनों लोकेशन से ट्रेन कनेक्टिविटि हुई है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा- लंबे समय से हमारे देश की कुछ राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक पॉलिटिक्स कर रही हैं। जिन्होंने मिजोरम को अनदेखा किया, लेकिन आज मिजोरम फ्रंटलाइन में हैं। उन्होंने कहा कि मिजोरम का एक बड़ा रोल है हमारी नीति और आर्थिक कॉरिडोर में है। मिजोरम के लोगों ने हमेशा योगदान दिया, हमेशा प्रेरित किया। आज मिजोरम देश की विकास यात्रा में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
पीएम ने कहा…
आज से आइजोल भी देश के रेलवे मैप पर होगा। मुझे यह अवसर मिला कि मैं रेलवे लाइन का उद्घाटन कर सकूं। कई चुनौतियों से उबरते हुए यह रेल लाइन का सपना सच हो सका है। हमारे इंजीनियर की योग्यता ने इसे साकार किया।
पीएम ने 3 ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई
सायरंग से दिल्ली ट्रेन की वजह से अब यह राज्य राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से सीधे जुड़ गया है। यह ट्रेन हफ्ते में एक दिन चलेगी और 2510 किमी का सफर 45 घंटे 30 मिनट तय करेगी। एवरेज स्पीड 57.81 किमी प्रति घंटे होगी।सायरंग-कोलकाता ट्रेन सप्ताह में 3 दिन चलेगी। कोलकाता से सायरंग के बीच की 1530 किमी की दूरी 31.15 घंटे में पूरी होगी। यह ट्रेन सप्ताह में शनिवार, मंगलवार और बुधवार को चलेगी। इस ट्रेन की एवरेज स्पीड 48.96 किमी प्रति घंटे होगी। सायरंग-गुवाहाटी ट्रेन सायरंग से दिन में 12:30 बजे चलेगी। आधी रात के बाद 2:30 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी। इसके साथ एक मालगाड़ी भी सायरंग से निकलेगी देश के दूसरे हिस्सों को जोड़ेगी। अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें…
मिजोरम प्रतिभाशाली युवाओं से भरपूर है और हमारा काम उन्हें सशक्त बनाना है। हमारी सरकार यहां पहले ही 11 एकलव्य आवासीय स्कूल बना चुकी है। 6 और विद्यालयों पर काम शुरू होने वाला है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस क्षेत्र में लगभग 4500 स्टार्टअप और 25 इनक्यूबेटर काम कर रहे हैं।
मिजोरम को हवाई यात्रा के लिए उड़ान योजना का भी लाभ मिलेगा। जल्द ही यहां हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू होंगी, जिससे मिजोरम के दूरदराज के इलाकों तक पहुंच आसान हो जाएगी। हमारे दिल हमेशा से एक-दूसरे से जुड़े रहे हैं। अब पहली बार मिजोरम का सायरंग, राजधानी एक्सप्रेस के जरिए दिल्ली से सीधे जुड़ जाएगा। यह सिर्फ एक रेल कनेक्टिविटी नहीं है, यह बदलाव की जीवनरेखा है।PM मोदी के मिजोरम में अन्य कार्यक्रम
मोदी 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत वाली 45 किलोमीटर लंबी आइजोल बाईपास, थेनजोल-सियालसुक रोड और खानकाउन-रोंगूरा रोड की आधारशिला रखेंगे।
पीएम लॉन्ग्टलाई-सियाहा रोड पर छिमटुईपुई नदी पुल का शिलान्यास करेंगे। यह यात्रा के समय को दो घंटे कम करेगा। यह पुल कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ढांचे के तहत सीमा पार व्यापार को भी बढ़ावा देगा।
मोदी खेल विकास के लिए तुइकुआल में खेलो इंडिया बहुउद्देशीय इंडोर हॉल की आधारशिला रखेंगे। यह हॉल आधुनिक खेल सुविधाएं देगा, जिससे मिजोरम के युवाओं को नेशनल और इंटरनेशनल कॉम्पटीशन में फायदा होगा।
पीएम आइजोल के मुआलखांग में 30 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष क्षमता वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का शिलान्‍यास करेंगे। इससे मिजोरम और पड़ोसी राज्यों में एलपीजी की लगातार आपूर्ति होगी। इससे रोजगार भी मिलेगा।
प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (PMJVK) योजना के तहत मोदी त्लांगनुआम में एकलव्य मॉडल और कवरथा में आवासीय विद्यालय का उद्घाटन करेंगे।
यह स्कूल नामांकन में सुधार करेगा, स्कूल छोड़ने की दर को कम करेगा और जनजातीय युवाओं के लिए समग्र शिक्षा के अवसर देगा।
स्कूल में आधुनिक कक्षाएं, छात्रावास और फुटबॉल मैदान सहित खेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे 10 हजार से ज्यादा बच्चों और युवाओं को लाभ होगा।
राज्यपाल और राजनीतिक दलों ने जताई खुशी
मिजोरम के राज्यपाल जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 11 साल पहले ही विजन दिया था कि विकास तभी होगा जब देश के दूर-दराज और सीमावर्ती इलाकों तक आधारभूत ढांचा पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि यह रेल लाइन मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी और भविष्य में इसे म्यांमार सीमा तक भी बढ़ाया जा सकता है।
मिजोरम की पार्टियां जोरम पीपल्स मूवमेंट (ZPM), मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) ने भी इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे राज्य में आर्थिक विकास, व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

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