पंजाब 11 सितंबर। मोहाली के प्राइवेट बैंक में जाकर बिजनेसमैन द्वारा सुसाइड करने के मामले में मोहाली पुलिस ने पंजाब पुलिस के एआईजी गुरजोत सिंह कलेर समेत 5 लोगों पर केस दर्ज किया है। अन्य आरोपियों में सीए सुमीर अग्रवाल, रिंकू कृष्णा, साइना अरोड़ा और रिशी राणा शामिल हैं। मृतक ने दो पेज का सुसाइड नोट घर में दूध की डायरी में छोड़ा था, जबकि एआईजी द्वारा तंग करने संबंधी वीडियो बनाकर अपने दोस्त के फोन पर भेजा हुआ था। आरोपियों पर थाना फेज-आठ में बीएनएस की धारा 108 आत्महत्या के लिए उकसाने और 61(2) धमकी और दबाव डालकर अवैध वसूली की धाराओं तहत केस दर्ज किया गया है। इस संबंध में मृतक के पिता परमजीत सिंह ने पुलिस को बयान दिए थे। उन्होंने बताया कि अधिकारी मेरे बेटे को ब्लैकमेल कर रहा था। झूठे केस में फंसाने की धमकियां दे रहा था।
बिजनेस में किया था निवेश
मृतक के पिता अनुसार मेरी दो बेटियां हैं, जो शादीशुदा हैं। छोटा बेटा न्यूजीलैंड में है, जबकि बड़ा बेटा राजदीप सिंह पिछले 7-8 साल से मोहाली में प्राइवेट बिजनेस कर रहा था। मेरे बेटे के साथ धमेंद्र सिंह थिंद भी काम करता था। बेटा इमिग्रेशन के अलावा प्रॉपर्टी का काम करता था। बेटे के इमिग्रेशन के काम में एआईजी गुरजोत ने पैसे इन्वेस्ट किए थे। पैसे इन्वेस्ट के दौरान उसने मेरे बेटे से खाली कागजों और खाली चेक पर साइन करवाए थे। फरवरी महीने गुरजोत ने अपना इन्वेस्ट किया हुआ एक करोड़ 60 लाख रुपए वापस ले लिए थे। जबकि मेरे बेटे ने 2 करोड़ 46 लाख सुमीर अग्रवाल के पास प्रॉपर्टी के कारोबार में निवेश किए थे। समीर मेरे बेटे का सीए का काम देखता था। बेटे ने अपनी जिम्मेदारी पर 5 करोड़ 50 लाख गुरदियाल सिंह के भी सुमीर अग्रवाल के पास इन्वेस्ट किए थे।
परिवार को कर रहा था ब्लैकमेल
इसी तरह मेरा लड़का फिरोजपुर के रिंकू और उसकी दोस्त साइना अरोड़ा, जो आरसीजी इमिग्रेशन नाम से फिरोजपुर में काम करते हैं, उनके साथ भी इमिग्रेशन का काम करता था। इन्हें मेरे बेटे के 40 लाख देने थे। समीर न तो बेटे और न ही उसके दोस्त के पैसे वापस कर रहा था, न ही प्रॉपर्टी दे रहा था। एआईजी कलेर बेटे को परेशान कर रहा था। अपने पैसे ले चुका था, लेकिन जो उसने पहले खाली चेक और कागजों पर साइन करवाए थे, उनके जरिए परेशान करता था। कभी उसके दफ्तर, कभी घर पहुंच जाता था। पूरे परिवार को झूठे केस में फंसाने की धमकियां दे रहा था।