जीरकपुर, 10 सितम्बर-
नगर परिषद क्षेत्र में बने नाले की दीवार टूटने और मिट्टी खिसकने से दो बड़ी सोसायटियों के लोग भयभीत हैं। नाले से महज़ 10 फुट की दूरी पर बने मकानों को खतरा मंडरा रहा है। बरसात के साथ नाले का पानी किनारे की मिट्टी काट रहा है और सड़क भी धंसने लगी है।
निवासियों का कहना है कि उनकी बार-बार की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय निवासी नरेंद्र नैनवाल, राजकुमार राणा, विजय कुमार बढ़ावा, बकी भारी अरोड़ा और निर्मल सेगल ने आशंका जताई कि दीवार का बड़ा हिस्सा गिरा तो सोसायटी के लिए गंभीर खतरा बन जाएगा।
जिम्मेदारी पर विवाद
नगर परिषद और ड्रेनेज विभाग जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं। नगर परिषद का कहना है कि यह ड्रेनेज विभाग का काम है, जबकि ड्रेनेज विभाग का कहना है कि यह नगर परिषद का काम है। इस टालमटोल से समस्या जस की तस बनी हुई है।
स्थानीय लोगों की चेतावनी
निवासियों ने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे विरोध का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर वे लगातार डरे हुए हैं।
कोट्स
“यह एरिया नगर परिषद के अधीन आता है और यह काम नगर परिषद ने करवाना है। हमने तो सुखना चो का काम करना है।”
— शिव शरण, जेई, ड्रेन विभाग
“जो काम हमारा है वह हम करेंगे और जो काम ड्रेन विभाग का है वह काम ड्रेन विभाग करेगी। हमारी उनसे बात हो गई है, नाले का काम ड्रेन विभाग द्वारा ही करवाया जाएगा। हम सड़क का काम प्राथमिकता पर करवाएंगे।”
— चरणपाल सिंह, एमई, नगर परिषद जीरकपुर