कुरुक्षेत्र में बारिश से जलप्रलय; दुकानों-घरों में घुसा पानी, जनजीवन अस्त-व्यस्त

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

3 सितम्बर –

हरियाणा में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। कुरुक्षेत्र शहर में बुधवार को भारी बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव हो गया, जिससे दुकानों से लेकर घरों तक पानी घुस गया। लोग घुटने तक पानी में चलते रहे और भारी परेशानी झेली। यह स्थिति दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में सितंबर 2025 की लगातार बारिश की श्रृंखला का हिस्सा है, जहां यमुना नदी उफान पर है और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।कुरुक्षेत्र के मुख्य बाजारों और रिहायशी इलाकों में सुबह से ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। सड़कें तालाब बन गईं, जिससे वाहन फंस गए और यातायात ठप हो गया। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि दुकानों में पानी भरने से सामान खराब हो गया, जबकि घरों में रहने वाले परिवारों को ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट होना पड़ा। एक निवासी ने कहा कि बारिश के कारण घर में पानी घुस आया, बच्चे डर गए। ड्रेनेज सिस्टम की खराब हालत ने समस्या और बढ़ा दी।जलभराव से प्रभावित इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे कई घंटों तक अंधेरा छाया रहा।

राष्ट्रीय खाद्यान्न संकट में, 4 लाख एकड़ जमीन जलमग्न, गुरमीत खुडियां ने केंद्र से तत्काल राहत की मांग की • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। • खुदियां कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव को प्रदर्शित करता है • बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय पैकेज और प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग की गई।

राष्ट्रीय खाद्यान्न संकट में, 4 लाख एकड़ जमीन जलमग्न, गुरमीत खुडियां ने केंद्र से तत्काल राहत की मांग की • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। • खुदियां कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव को प्रदर्शित करता है • बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय पैकेज और प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग की गई।