चंडीगढ़, 1 सितंबरः
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर चलाई जा रही निर्णायक जंग “युद्ध नशों विरुद्ध” के छह महीने पूरे हो गए हैं। इसके तहत पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 27,796 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और 17,957 एफ.आई.आर. दर्ज की गई हैं तथा 1129 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई है।
इस नशा विरोधी मुहिम की शुरुआत से अब तक, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों के तहत, राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में रोज़ाना आधार पर एक साथ ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा है। राज्य सरकार ने नशों के खिलाफ युद्ध की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।
पुलिस के विशेष महानिदेशक (स्पेशल डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो इन कार्रवाइयों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं, ने बताया कि 1129 किलो हेरोइन के अलावा पुलिस ने 384 किलो अफीम, 232 क्विंटल भुक्की, 29 किलो चरस, 430 किलो गांजा, 6.3 किलो आई.सी.ई., 33 लाख नशीली गोलियाँ और 12.44 करोड़ रुपये की ड्रग मनी भी जब्त की है।
184वें दिन के नतीजों की जानकारी देते हुए विशेष डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 58 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 8.4 किलो हेरोइन, 4087 नशीली गोलियाँ और 2300 रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि 67 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों वाली 120 से ज्यादा पुलिस टीमों ने राज्यभर में 309 स्थानों पर छापेमारी की, जिससे राज्यभर में 43 एफआईआर दर्ज की गईं। पुलिस टीमों ने दिनभर चले इस ऑपरेशन के दौरान 337 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने राज्य से नशों के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति – एनफोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (इडीपी) -लागू की है। पंजाब पुलिस ने ‘नशा छुड़ाने’ के हिस्से के रूप में 14 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास इलाज के लिए राजी किया है।