चंडीगढ़, 28 अगस्त:
पंजाब पुलिस ने गुरुवार को राज्य भर में 138 रेलवे स्टेशनों पर घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर राज्य से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए शुरू किए गए नशे के खिलाफ युद्ध “युद्ध नाशियां विरुद्ध” को लगातार 180वें दिन भी जारी रखते हुए पंजाब पुलिस ने गुरुवार को राज्य भर में 138 रेलवे स्टेशनों पर घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया।
यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर सभी 28 पुलिस जिलों में चलाया गया।
विशेष पुलिस महानिदेशक (स्पेशल डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो इस राज्य स्तरीय अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे थे, ने कहा कि सभी पुलिस कमिश्नरों/एसएसपी को इस अभियान को सफल बनाने के लिए राजपत्रित रैंक के अधिकारियों की निगरानी में पुलिस बल की भारी तैनाती सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य के लगभग 138 रेलवे स्टेशनों पर चलाए गए अभियान के दौरान लगभग 1189 लोगों की जाँच की गई। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान कम से कम सात संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए भी हिरासत में लिया गया।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने नशे के खिलाफ अपना अभियान जारी रखते हुए गुरुवार को 84 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 1.8 किलोग्राम हेरोइन, 24 किलोग्राम चूरापोस्त और 5400 रुपये की ड्रग मनी बरामद की। इसके साथ ही, केवल 180 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 27,508 तक पहुँच गई है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा है।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि 62 राजपत्रित अधिकारियों की देखरेख में 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 120 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 329 स्थानों पर छापे मारे हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 57 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई हैं।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) – को लागू किया है, पंजाब पुलिस ने ‘नशामुक्ति’ के तहत आज 58 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।