उत्तर भारत में मानसूनी बारिश से तबाही, पंजाब में धान की फसल बर्बाद सब-हैडिंग

पंजाब में भारत-पाक सीमा पर भारी बारिश से ऐसे हालात बने हैं

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हिमाचल के कांगड़ा में भारी बारिश के चलते तेज बहाव में कारें तैरती नजर आई
मानसूनी कहर से जम्मू-कश्मीर के हालात भी बदतर
पठानकोट-भरमौर एनएच पर मैहला में सड़क धंसी

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर में कुदरती कहर से कई सड़कें बंद

चंडीगढ़,  25 अगस्त। भारी मानसूनी बारिश के कारण उत्तर भारत के कई शहर और कस्बे जलमग्न हो गए हैं। यह स्थिति अगले 24 से 48 घंटों तक रहने की आशंका है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है।
पंजाब में भी कई जगह बिगड़ रहे हालात : सूबे में पठानकोट, गुरदासपुर जैसे बॉर्डर एरिया जिलों के अलावा कपूरथल समेत तमाम जिलों में रविवार सुबह से मंगलवार तक लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और बिगाड़ दिया है। ब्यास नदी का जलस्तर 1.37 लाख क्यूसेक के खतरे के निशान को पार कर गया। जिससे जान-माल, फसलों और बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान होने का खतरा है। नदी की तेज़ धारा छह स्थानों पर कटाव पैदा कर रही है, जिससे मांड क्षेत्र में तटबंध को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि राज्यसभा सदस्य बलबीर सिंह सींचेवाल ने लगभग 35 गांवों के निवासियों के साथ अहली कलां में अग्रिम तटबंध को मजबूत करने के लिए रात भर भारी बारिश का सामना किया। जल निकासी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि रविवार को पौंग बांध से व्यास नदी में 70,000 क्यूसेक से ज़्यादा पानी छोड़ा गया। अगर पहाड़ों में बारिश जारी रही, तो पिछले 14 दिनों से बाढ़ के पानी से घिरे परिवारों को और भी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही धान की फसल के नष्ट होने की भी आशंका है।
हिमाचल प्रदेश में कई जगह जन-जीवन ठप : देव-भूमि हिमाचल में भारी बारिश के कारण 482 सड़कें बंद हो चुकी हैं। जिनमें चार राष्ट्रीय राजमार्ग, चंडीगढ़-मनाली, एनएच 15-4ए चंबा-पठानकोट, एनएच-305 और एनएच-21, विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन के कारण ठप रहे। कुल्लू जाने वाला यातायात ठप हो गया है। दरअसल चंडीगढ़-मनाली एनएच मंडी से आगे अवरुद्ध हो गया है। कटौला-कामंद होते हुए वैकल्पिक मार्ग और मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पंडोह होते हुए झलोगी के पास भूस्खलन से बंद हो गए है। करसोग का संपर्क राज्य की राजधानी शिमला और जिला मुख्यालय मंडी से भी कट गया।
दिल्ली और हरियाणा में जलभराव से आफत : सोमवार सुबह दिल्ली और आसपास एनसीआर के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया। बाबा खड़क सिंह मार्ग, आईटीओ और यमुना नदी तट सहित प्रमुख स्थानों के अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में तेज़ बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मंगलवार को भी एनसीआर, चंडीगढ़ और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
जम्मू-कश्मीर में भू-स्खलन का खतरा बढ़ा : जम्मू और कश्मीर के भद्रवाह में लगातार बारिश हुई, जिससे जनजीवन ठप्प हो गया। लगातार बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया और पहाड़ी सड़कों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया। अधिकारियों ने निवासियों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और नदियों व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। एहतियात के तौर पर, प्रशासन ने डोडा जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। भद्रवाह-बानी-बसोहली-पठानकोट और भद्रवाह-चंबा मार्ग भूस्खलन के कारण बंद कर दिए गए, जिससे कई पर्यटक फंस गए।
उत्तराखंड में स्कूल किए बंद : भारी बारिश से राज्य में मची तबाही के चलते चमोली जिले में स्कूल बंद कर दिए। जिले ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टियों की घोषणा की।
दो श्रद्धालुओं का निधन : हिमाचल प्रदेश में मौसम खराब की वजह से मणिमहेश यात्रा के दौरान ऑक्सीजन की कमी से तीर्थयात्री की मृत्यु हो गई। मृतकों की पहचान पंजाब के पठानकोट के 18 साल के अमन और रोहित और गुरुदासपुर के 26 साल के अनमोल के तौर पर हुई है।

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डॉ. बलबीर सिंह ने कपूरथला और अमृतसर में ‘ड्रग्स का उपयोग करने वाली महिलाओं के लिए वन स्टॉप इंटीग्रेटेड प्रोग्राम’ शुरू किया पायलट चरण की सफलता पर सभी जिलों में कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा: स्वास्थ्य मंत्री यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग और पंजाब पुलिस का संयुक्त सहयोग है