हरियाणा के गुरुग्राम में विदेशी नागरिकों ने सड़कों-नालियों का कचरा साफ, सफाई को लेकर करोड़ों का बजट
हरियाणा, 25 अगस्त। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम की पहचान दुनियाभर में आईटी और कार्पोरेट-हब के तौर पर बनी है। लिहाजा तमाम देशों के प्रतिनिधि यहां आते हैं और विदेशी नागरिक भी यहां जॉब करते हैं। हर महीने करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद नगर निगम और एजेंसियां कूड़े के ढेर निपटने में नाकाम हैं। ऐसे में शहर में इन दिनों विदेशी नागरिक स्थानीय लोगों के साथ सफाई अभियान में जुटे हैं।
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हां काबिलेजिक्र है कि कूड़े के ढेरों पर मंडराते लावारिस जानवरों के झुंड देख यहां रही एक फ्रांसीसी महिला ने गुरुग्राम को ‘सुअरों का घर’ तक कह दिया था। उस महिला समेत बाकी विदेशियों ने महज कमेंट ही नहीं किए, बल्कि तमाम शहरियों से आगे बढ़कर सफाई करने सड़कों पर उतर आए। करीब 20 विदेशियों के समूह ने कुछ ही देर में द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन के आसपास का क्षेत्र साफ कर दिया। जहां पहले गंदगी के ढेर लगे थे और नाले कचरे से भरे थे। इस अभियान में सर्बिया से नजार, फ्रांस की मटिंदा और अन्य देशों के नागरिक शामिल हुए। इन्होंने कूड़े के ढेर ही साफ नहीं किए, नालियों में जमा कचरा भी निकाला।
फ्रांस की मटिंदा बोलीं, मेरा गुरुग्राम बहुत सुंदर :
अभियान में शामिल फ्रांस की मटिंदा ने कहा कि गुरुग्राम एक खूबसूरत शहर है, लेकिन गंदगी इसकी सुंदरता को कम कर देती है। मेरा गुरुग्राम, मेरा इंडिया बहुत सुंदर है। मेरा मानना है कि सफाई रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। सभी नागरिकों को इस दिशा में आगे आना चाहिए। सर्बिया के नजार ने गुरुग्राम को अमेजिंग प्लेस बताते कहा कि अगर हर व्यक्ति अपने घर और दुकान के सामने दो मीटर की जगह को साफ रखे तो गुरुग्राम जल्द सुंदर बन सकता है। विदेशी नागरिकों ने बाकायदा सुबह से दोपहर तक सड़कों पर झाड़ू भी लगाई।
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